Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Nov, 2020 06:27 PM
एफएमसीजी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी इमामी लि. का मानना है कि सरकार के ‘आत्मनिर्भर'' अभियान के बाद अब ग्राहक धीरे-धीरे घरेलू ब्रांडों की ओर रुख कर रहे हैं। कंपनी को उम्मीद है कि ग्राहकों के रुख में आए इस बदलाव का लाभ उसके हाल में
नई दिल्लीः एफएमसीजी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी इमामी लि. का मानना है कि सरकार के ‘आत्मनिर्भर' अभियान के बाद अब ग्राहक धीरे-धीरे घरेलू ब्रांडों की ओर रुख कर रहे हैं। कंपनी को उम्मीद है कि ग्राहकों के रुख में आए इस बदलाव का लाभ उसके हाल में पेश साफ-सफाई से जुड़े उत्पादों को मिलेगा। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। कंपनी हाल में घर की साफ-सफाई से जुड़े उत्पादों की श्रेणी में भी उतरी है। इस क्षेत्र में मुख्य रूप से बहुराष्ट्रीय कंपनियों आरबी और यूनिलीवर की इकाई हिंदुस्तान यूनिलीवर का दबदबा है।
कंपनी इस क्षेत्र में एक प्रमुख भागीदार बनने का इरादा रखती है। कंपनी का भविष्य में इस श्रेणी में और उत्पाद पेश करने का इरादा है। इमामी लि. निदेशक मोहन गोयनका ने कहा, ‘‘स्वच्छ भारत अभियान की वजह से पिछले चार-पांच साल में इन श्रेणियों में सुधार हुआ है। अब आत्मनिर्भर अभियान के बाद उपभोक्ता धीरे-धीरे भारतीय ब्रांडों की ओर रुख कर रहे हैं। अभी तक इस क्षेत्र पर बहुराष्ट्रीय कंपनियों का दबदबा है। ऐसे में हमें कहीं से इसकी शुरुआत करनी होगी।''
कंपनी के घरेलू साफ-सफाई से जुड़े उत्पादों की श्रेणी में उतरने के बारे में गोयनका ने कहा, ‘‘हम महामारी से पहले ही इस श्रेणी पर विचार कर रहे थे। यह काफी प्रतिस्पर्धी श्रेणी है जिसकी वजह से हम इसमें उतरने से हिचकिचा रहे थे। लेकिन कुछ चीजों की वजह से अब हम इस श्रेणी में उतर गए हैं।'' उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के बाद इस श्रेणी का आकार लगभग दोगुना हो गया है। कुछ मामलों में तो यह इससे भी अधिक है।