Edited By vasudha,Updated: 02 Feb, 2020 10:58 AM
देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम की हिस्सेदारी आईपीओ के ज़रिए बेचने की घोषणा के बाद सरकार कर्मचारियों के निशाने पर आ गई है। LIC के कर्मचारियों ने इस बजटीय प्रस्ताव के खिलाफ चार फरवरी को एक घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल करने की...
बिजनेस डेस्क: देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम की हिस्सेदारी आईपीओ के ज़रिए बेचने की घोषणा के बाद सरकार कर्मचारियों के निशाने पर आ गई है। LIC के कर्मचारियों ने इस बजटीय प्रस्ताव के खिलाफ चार फरवरी को एक घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल करने की घोषणा की है।
जीवन बीमा निगम कर्मचारी एसोसिएशन के कोलकाता डिविजन के उपाध्यक्ष प्रदीप मुखर्जी ने कहा कि यह पहल ‘‘देश हित के खिलाफ'' है। उन्होंने कहा कि हम मंगलवार को सवा 12 बजे से सवा एक बजे तक एक घंटे की हड़ताल करेंगे। उसके बाद हम सड़क पर उतरेंगे और इस कदम का विरोध करेंगे। हम सभी सांसदों के पास भी जाएंगे। उन्होंने कहा कि एलआईसी की स्थापना 1956 में केंद्र सरकार ने की थी और देश में जीवन बीमा के क्षेत्र में इसकी सबसे ज्यादा बाजार भागीदारी है।
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2020- 21 के लिए बजट पेश करते हुए भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का बड़ा हिस्सा बेचने की बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय जीवन बीमा निगम का आईपीओ लेकर आएगी और इसके जरिए एलआईसी में अपनी हिस्सेदारी बेचेगी। हालांकि भाषण के दौरान वित्त मंत्री के इस ऐलान का सदन में विपक्षी सांसदों ने विरोध किया।