'GSP छूट के बंद होने से इंजीनियरिंग निर्यात पर पड़ेगा असर'

Edited By jyoti choudhary,Updated: 02 Jun, 2019 06:24 PM

engg sector in a tight spot after gsp withdrawal expert

अमेरिका में भारत को जीएसपी के तहत मिलने वाली छूट समाप्त करने से इंजीनियरिंग क्षेत्र पर सबसे अधिक असर पड़ेगा। एक विशेषज्ञ ने यह आशंका व्यक्त की है। सामान्य तरजीही कार्यक्रम (जीएसपी) के तहत अमेरिका में भारत के 5.6 अरब डॉलर के सामानों को शुल्क में छूट...

कोलकाताः अमेरिका में भारत को जीएसपी के तहत मिलने वाली छूट समाप्त करने से इंजीनियरिंग क्षेत्र पर सबसे अधिक असर पड़ेगा। एक विशेषज्ञ ने यह आशंका व्यक्त की है। सामान्य तरजीही कार्यक्रम (जीएसपी) के तहत अमेरिका में भारत के 5.6 अरब डॉलर के सामानों को शुल्क में छूट मिलती है। इन सामानों में इंजीनियरिंग उत्पादों की करीब 44% हिस्सेदारी रही है। 

वित्त वर्ष 2018-19 में अमेरिका ने दुनिया भर से कुल 331 अरब डॉलर का इंजीनियरिंग आयात किया था। इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया (ईईपीसी इंडिया) के पूर्व चेयरमैन राकेश शाह ने रविवार को कहा कि जीएसपी के तहत अमेरिका में भारत के 5.6 अरब डॉलर के सामानों को शुल्क में छूट मिली, इनमें इंजीनियरिंग उत्पादों की हिस्सेदारी 2.5 अरब डॉलर की रही। उन्होंने कहा कि जीएसपी का लाभ बंद होने से महंगे इंजीनियरिंग निर्यात पर 2 से 3% का असर पड़ेगा लेकिन यदि अगले 2 से 4 महीने में इस मामले को नहीं सुलझाया गया तो कम मूल्य वाले उत्पादों के लिए टिके रह पाना मुश्किल होगा। कुल इंजीनियरिंग निर्यात में कम मूल्य वाले उत्पादों की 40% हिस्सेदारी है।

शाह ने कहा कि निर्यात उद्योग को नए वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से इस बात की उम्मीद है कि ऐसे समय में जब अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव के मद्देनजर घरेलू निर्यातक अपना निर्यात बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, गोयल व्यापार की दिक्कत का उचित हल निकालेंगे। शाह ने कहा, ‘‘यदि मामले को अगले दो से चार महीने में सुलझा लिया गया तो इससे कोई खास समस्या नहीं आने वाली है क्योंकि पहले से मिल चुके ऑर्डर को इस दौरान निर्यात इकाइयां पूरा कर रही होंगी।''
 

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