Edited By ,Updated: 21 Mar, 2016 12:13 PM
छोटी राशि के साथ यह इक्विटी के प्रत्यक्ष जोखिम लेने के लिए संभव नहीं है। ‘सिप’ निवेशक को इक्विटी म्यूचुअल फंड्स के जरिए बढिय़ा निवेश के अवसर देती है।
जालंधरः छोटी राशि के साथ यह इक्विटी के प्रत्यक्ष जोखिम लेने के लिए संभव नहीं है। ‘सिप’ निवेशक को इक्विटी म्यूचुअल फंड्स के जरिए बढिय़ा निवेश के अवसर देती है। निवेशक अपने निवेश का अंतराल प्रतिमाह रखे तो उसे अपने निवेश पर बेहतर रिटर्न मिल सकती है।
म्यूचुअल फंड्स निवेशक को गारंटिड रिटर्न नहीं देते लेकिन अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं तो यह एक बहुत बेहतर रिटर्न देते हैं। म्यूचुअल फंड के रास्ते निवेशक अपने निवेश के हर रुपए के लिए एक विविध पोर्टफोलियो खरीदने के लिए सक्षम बन जाता है। किसी भी म्युचुअल फंड में एडवांस चैक दे कर अथवा ऑनलाइन निर्देश देकर ‘सिप’ शुरू किया जा सकता है। ‘सिप’ रुपए 500 प्रतिमाह जैसी छोटी राशि से भी शुरू करवाया जा सकता है।
मन में रखें 3 चीजें
‘सिप’ में निवेश की राशि तय करने के लिए निवेशक को मन में 3 चीजें रखनी चाहिएं यानी कि आपके निवेशक का वित्तीय लक्ष्य क्या है, आप निवेश से कितनी रिटर्न चाहते हैं और आप कितने समय के लिए निवेश कर सकते हैं। क्योंकि ‘सिप’ निवेश का एक बेहतरीन ढंग है इसलिए आज एक छोटी-सी शुरूआत कर आने वाले समय में एक बड़े रिटर्न की उम्मीद करें।