Edited By Supreet Kaur,Updated: 02 Aug, 2018 04:26 PM
देश की आर्थिक वृद्धि दर अप्रैल-जून अवधि में तेज बनी रह सकती है। इसके इस वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 7.5 फीसदी की दर से वृद्धि करने का अनुमान है। मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट में यह बात कही गई है। मॉर्गन स्टेनली ने कहा कि वृद्धि में...
बिजनेस डेस्कः देश की आर्थिक वृद्धि दर अप्रैल-जून अवधि में तेज बनी रह सकती है। इसके इस वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 7.5 फीसदी की दर से वृद्धि करने का अनुमान है। मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट में यह बात कही गई है। मॉर्गन स्टेनली ने कहा कि वृद्धि में सुधार तेज रहने का अनुमान है और इसे शुरुआत में उपभोग एवं निर्यात से मदद मिलेगी।
जनवरी-मार्च तिमाही में देश की वृद्धि दर पिछली सात तिमाहियों में सर्वश्रेष्ठ स्तर पर यानी 7.7 फीसदी थी। उसने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि इस वित्त वर्ष में जीडीपी पिछले वित्त वर्ष की 6.7 फीसदी की दर की तुलना में 7.5 फीसदी की दर से वृद्धि करेगी।’’ उसने कहा कि मुद्रास्फीति और चालू खाता घाटा जैसे वृहद आर्थिक कारक नियंत्रण में रहने का अनुमान है। रिपोर्ट के अनुसार, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति चार फीसदी के लक्ष्य से कुछ ऊपर और चालू खाता घाटा जीडीपी के 2.5 फीसदी से नीचे रहने का अनुमान है।