Edited By Isha,Updated: 21 Oct, 2018 05:53 PM
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र तथा इसके आस-पास के इलाकों में आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता में गिरावट की आशंका के मद्देनजर एयरप्यूरिफायर बनाने वाली कंपनियों को बिक्री बढऩे का अनुमान है। कंपनियों का अनुमान है कि पिछले साल की तरह इस बार भी दिल्ली-एनसीआर
नई दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र तथा इसके आस-पास के इलाकों में आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता में गिरावट की आशंका के मद्देनजर एयरप्यूरिफायर बनाने वाली कंपनियों को बिक्री बढऩे का अनुमान है। कंपनियों का अनुमान है कि पिछले साल की तरह इस बार भी दिल्ली-एनसीआर एयरप्यूरिफायर की बिक्री बढ़ाने में मुख्य योगदान देगा। इसके साथ ही छोटे तथा दूसरी श्रेणी के शहरों से भी इनकी मांग बढ़ रही है। यूरेका फोब्र्स के मुख्य बदलाव अधिकारी शशांक सिन्हा ने कहा कि हमने पहले भी देखा है कि दिवाली के आस-पास हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो जाती है और इसके कारण एयरप्यूरिफायर के प्रति जागरूकता और इनकी बिक्री निश्चित तौर पर बढ़ेगी।’’अन्य कंपनियों में हनीवेल को भी दिवाली के आस-पास प्रदूषण बढऩे से बिक्री बढऩे का अनुमान है।
कंपनी के सुधीर पिल्लई ने कहा कि हमने पिछले दो साल से देखा है कि धुंध वाले मौसम में एयरप्यूरिफायर की मांग अचानक से बढ़ जाती है। सर्दियों के आते ही वायु गुणवत्ता खराब होने लगती है और यह एयरप्यूरिफायर की बिक्री में उत्प्रेरक का काम करता है। श्याओमी के अनुसार, हवा की गुणवत्ता खराब होते ही एयरप्यूरिफायर की मांग बढऩे लगती है। उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 337 दर्ज किया गया। यह बेहद खराब श्रेणी में आता है। यह इस मौसम का अब तक का सबसे खराब स्तर है।