Edited By jyoti choudhary,Updated: 29 Dec, 2018 02:06 PM
फेसबुक लंबे समय से दुनिया भर में सरकारों, प्राइवेसी के सपोर्टर्स और इन्वेस्टर्स की तरफ से आलोचनाओं का सामना कर रही है। फेसबुक से जुड़े स्कैंडल तेजी से सामने आने के बाद जानकारों ने सोशल मीडिया कंपनी पर सवाल उठाना शुरू कर दिया था।
सैन फ्रांसिस्कोः फेसबुक लंबे समय से दुनिया भर में सरकारों, प्राइवेसी के सपोर्टर्स और इन्वेस्टर्स की तरफ से आलोचनाओं का सामना कर रही है। फेसबुक से जुड़े स्कैंडल तेजी से सामने आने के बाद जानकारों ने सोशल मीडिया कंपनी पर सवाल उठाना शुरू कर दिया था। तमाम समस्याओं को ध्यान में रखते हुए फेसबुक के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर मार्क जुकरबर्ग ने कंपनी के लिए बड़ा प्लान बनाया है।
ये है कंपनी का प्लान
जुकरबर्ग ने कहा कि उन्होंने अपने सिस्टम की ओवरहॉलिंग के लिए कई साल का प्लान बनाया है और उसे लागू करन के लिए रोडमैप तैयार किया है। उन्होंने कहा कि हमें सुनिश्चित करना है कि लोगों का अपनी सूचनाओं पर कंट्रोल हो और उनकी सेवाओं से लोगों को फायदा हो। हालांकि इसका यह मतलब नहीं कि फेसबुक अपने प्लेटफॉर्म पर हर बैड फैक्टर या बैड कंटेंट का पता लगाएगी। गौरतलब है कि फेसबुक 2018 में कैम्ब्रिज एनालिटिका डेटा स्कैंडल में फंस गई थी।
कुछ समस्याओं का हल कभी नहीं निकाला जा सकता
यूजर्स के पर्सनल डेटा की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए और कंपनी के प्रोग्रेस के संदर्भ में जुकरबर्ग ने कहा कि भले ही कंपनी के लिए गलत जानकारियों और यूजर्स का पर्सनल डेटा सुरक्षित करने के लिहाज से बीता एक साल मुश्किल भरा रहा है, इसके बावजूद 'हम अपनी प्रोग्रेस पर गर्व' करते हैं। इन दिक्कतों का हल निकालना स्पष्ट तौर पर एक साल से ज्यादा लंबा चैलेंज है। इलेक्शन में दखल या नफरत भरे भाषण जैसी कुछ समस्याओं का पूरी तरह हल कभी नहीं निकाला जा सकता।'
भारत में 40% बढ़ा कंपनी का नेट प्रॉफिट
गौरतलब है कि जहां एक ओर फेसबुक के खिलाफ डेटा लीक का केस चल रहा है, लोग कंपनी का विरोध कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भारत में फिसबुक का नेट प्रॉफिट 40 फीसदी बढ़ा है। फेसबुक का कुल मुनाफा 57 करोड़ रुपए रहा। ऐसा मुख्य रूप से देश में डेटा कॉस्ट में आई गिरावट से सोशल मीडिया के बढ़ते प्रयोग की वजह से हुआ।