Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 Dec, 2018 05:08 PM
भारत में होने जा रहे 2019 के लोकसभा चुनाव में पारदर्शिता लाने के लिए फेसबुक ने कई कदम उठाने की बात कही है। फेसबुक ने सभी एडवर्टाइजर्स को अपनी पहचान और लोकेशन बताने का निर्देश दिया है।
नई दिल्लीः भारत में होने जा रहे 2019 के लोकसभा चुनाव में पारदर्शिता लाने के लिए फेसबुक ने कई कदम उठाने की बात कही है। फेसबुक ने सभी एडवर्टाइजर्स को अपनी पहचान और लोकेशन बताने का निर्देश दिया है। कंपनी ने कहा है कि इंस्टाग्राम और फेसबुक पर ऐसे विज्ञापन देने वालों को पहले अपनी पहचान बतानी होगी। फेसबुक ने कहा है कि अगले साल की शुरुआत में वो सभी पॉलिटिकल एडवर्टीजमेंट के बारे में जानकारी देते हुए डिसक्लेमर दिखाना शुरू करेगा। इसके अलावा एक 'ऑनलाइन सर्चेबल ऐड लाइब्रेरी' भी खोली जाएगी, जिसमें विज्ञापन पर हुए खर्चे और इस विज्ञापन को किसने देखा, उस पर कितने इम्प्रेशन आए, इसकी जानकारी भी दी जाएगी।
फेसबुक ने अपने ब्लॉग पोस्ट में जानकारी देते हुए कहा कि पॉलिटिकल एडवर्टीजमेंट वो ही एडवर्टाइजर्स चला सकते हैं जिन्होंने आइडेंटिफिकेशन ऑथेराइजेशन प्रॉसेस को पूरा किया हो और उस पर डिसक्लेमर भी हो। इसमें यह भी कहा गया कि एडवर्टाइजर्स को ऑथेराइज करने और ऐड्स में पारदर्शिता लाने पर हम भारत के चुनाव में विदेशी हस्तक्षेप को रोक सकेंगे।
कंपनी ने कहा कि यह जरूरी है कि लोग इस बारे में जानें कि जो विज्ञापन वे देख रहे हैं वो किसने दिया है इसलिए हम फेसबुक और इंस्टाग्राम के एडवर्टीजमेंट को मैनेज करने के तरीके में बदलाव कर रहे हैं। भारत के अलावा फेसबुक ने अमेरिका, ब्राजिल और लंदन में भी यह बदलाव किया है।
फेसबुक के अनुसार अब जो भी पॉलिटिकल एडवर्टीजमेंट चलाना चाहता है उसे अपनी आइडेंटिटी और लोकेशन बतानी होगी। इस प्रक्रिया में कुछ हफ्ते लगेंगे इसलिए फेसबुक ने कहा है कि वे आज से ही अपने फोन और कंप्यूटर की मदद से अपने आइडेंटिटी और लोकेशन को वेरिफाई कराने के लिए प्रूफ देना शुरू कर सकते है। इससे उन्हें अगले साल परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।