Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 May, 2019 11:11 AM
फेसबुक के ग्लोबल अफेयर्स और कम्युनिकेशन महकमे के वाइस प्रेसीडेंट निक क्लेग ने कहा कि कंपनी को केवल इस आधार पर दंडित करना गलत है, क्योंकि वो कामयाब है। वह फेसबुक के सह संस्थापक क्रिस ह्यूज की उस मांग पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे,
सैन फ्रांसिस्कोः फेसबुक के ग्लोबल अफेयर्स और कम्युनिकेशन महकमे के वाइस प्रेसीडेंट निक क्लेग ने कहा कि कंपनी को केवल इस आधार पर दंडित करना गलत है, क्योंकि वो कामयाब है। वह फेसबुक के सह संस्थापक क्रिस ह्यूज की उस मांग पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि कंपनी बहुत बड़ी हो गई है और इसके संस्थापक मार्क जुकरबर्ग बेहद शक्तिशाली। लिहाजा इसे बांट देना चाहिए। क्लेग का कहना है कि कंपनी को इस आधार पर नहीं तोड़ सकते, क्योंकि वो ज्यादा बड़ी हो चुकी है।
चुनावों में दखल पर फेसबुक को जिम्मेदार ठहराना उचित
क्लेग ने कहा कि क्रिस ह्यूज की वह मांग ठीक है, जिसमें कहा गया है कि डेटा लीक और चुनावों में दखल को लेकर फेसबुक को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए लेकिन उनका यह भी कहना था कि कंपनी का बंटवारा करने से उन समस्याओं का समाधान नहीं होगा, जो फिलहाल सामने खड़ी हैं। इंस्टाग्राम और वाट्सऐप फेसबुक की सहयोगी कंपनियां हैं।
उधर, फ्रांस के दौरे पर गए कंपनी के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने भी ह्यूज की मांग को गलत बताया। उनका कहना था कि इससे समस्याओं का समाधान नहीं होगा। उनका कहना है कि फेसबुक की वजह से करोड़ों लोग एक दूसरे से जुड़ सके हैं।
जुकरबर्ग जरूरत से ज्यादा ताकतवर
ह्यूज ने चेताया था कि कंपनी के हेड मार्क जुकरबर्ग जरूरत से ज्यादा ताकतवर हो गए हैं, इसलिए अब फेसबुक को बांटना जरूरी है। ह्यूज ने आरोप लगाया कि फेसबुक अपनी प्रतियोगी कंपनियों को या तो खरीद लेता है या फिर उनकी नकल कर लेता है, ताकि सोशल मीडिया के क्षेत्र में उसका वर्चस्व बना रहे।
फेसबुक को विभाजित करने का मसला अमेरिका में इस समय सबसे ज्यादा सरगर्म है। राजनीतिज्ञ भी इस विवाद में कूद पड़े हैं। ड्रेमोक्रेट सांसद एलिजाबेथ वारेन ने यहां तक कहा है कि अगर 2020 चुनाव जीतकर वह राष्ट्रपति बनती हैं तो कंपनी को विभाजित कर देंगी।