Edited By Supreet Kaur,Updated: 07 Jul, 2018 03:24 PM
वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, इसके लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी है। भारत में होने वाले चुनावों में सोशल मीडिया के जरिए किसी तरह की फेक न्यूज, लोगों तक ना पहुंच सके, इसके लिए फेसबुक ने नया तरीका निकाला है। अब...
बिजनेस डेस्कः वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, इसके लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी है। भारत में होने वाले चुनावों में सोशल मीडिया के जरिए किसी तरह की फेक न्यूज, लोगों तक ना पहुंच सके, इसके लिए फेसबुक ने नया तरीका निकाला है। अब फेसबुक ऐसी सभी खबरों पर बारीकी से नजर रखेगा, जिनके माध्यम से झूठ फैलाया जा रहा हो।
फेसबुक ने तैयार किया सिस्टम
फेसबुक एक ऐसा सिस्टम तैयार कर रहा है जिसमें जो भी कंटेंट यहां प्रचार और प्रसार के लिए डाला जाएगा उसे यह सिस्टम खुद से वेरिफिकेशन करेगा। जानकारी के मुताबिक प्रचार के लिए फेसबुक पर डाली गई सामग्री को चुनाव आयोग के पास भी जांच के लिए भेजा जाएगा। बता दें कि चुनाव के दौरान फेसबुक ज्यादा एक्टिव हो जाता है और अपनी फेक न्यूज और वीडियो के माध्यम से लोगों को बहकाने का काम करता है। कई बार फेक न्यूज के कारण विवाद की स्थित भी बन जाती है|
झूठी खबरों से भाजपा भी परेशान
सोशल मीडिया में फैल रही झूठी खबरों से आम आदमी ही नहीं, देश की सत्ताधारी पार्टी भाजपा भी परेशान है। भाजपा का कहना है कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर पार्टी और सरकार के बारे में गलत प्रचार कर रहे हैं। इन फेक खबरों से पार्टी को बचाने और जनता तक सच पहुंचाने के लिए पार्टी दिल्ली में अपने कुछ कार्यकर्ताओं की एक टीम तैयार कर रही है जो सरकार के कामों की सही जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से जनता तक पहुंचाएगी।
आज से काम करेगी नई टीम
यह नई टीम पूरी तरह दिल्ली के लोगों को ध्यान में रखकर बनाई गई है। पार्टी का मानना है कि दिल्ली में पूरे देश के लोग रहते हैं और अगर वह यहां के लोगों तक अपनी पहुंचाने में सफल हो जाती है तो उसका असर पूरे देश में पहुंच जाएगा। यह नई टीम दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी की पहल पर बनाई गई है और यह पूरी तरह उनकी निगरानी में काम करेगी। 'नरेंद्र मोदी 2019 तक' की थीम के साथ 7 जुलाई से यह टीम काम करना शुरू करेगी। इसके कार्यकर्ताओं को जानकारी देने के लिए शनिवार को एक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है जिसमें आईटी के कुछ तकनीकी पेशेवरों के अलावा पार्टी के केंद्रीय टीम के कुछ नेता भी शिरकत कर सकते हैं।