Edited By Isha,Updated: 23 Feb, 2019 04:49 PM
पुलवामा हमके को लेकर पूरे देश में पाकिस्तान की खूब किरकिरी हो रही है। वहीं फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स(FATF) की नई चेतावनी से पाकिस्तानी बैंकर्स में बेचैनी छाई हुई हैं। बैंकर्स ने Pakistan सरकार से आतंक को फंडिंग करना बंद करने और हवाला जैसे कारोबार...
बिजनेस डेस्कः पुलवामा हमके को लेकर पूरे देश में पाकिस्तान की खूब किरकिरी हो रही है। वहीं फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स(FATF) की नई चेतावनी से पाकिस्तानी बैंकर्स में बेचैनी छाई हुई हैं। बैंकर्स ने Pakistan सरकार से आतंक को फंडिंग करना बंद करने और हवाला जैसे कारोबार से बाज आने के लिए कहा है। पाकिस्तान के बैंकर्स को डर है कि पाकिस्तान सरकार आतंकवाद को आर्थिक मदद करने की आदत नहीं छोड़ती है तो वे डूब जाएंगे। दरअसल बैंकर्स को चिंता सता रही है कि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो FATF पाकिस्तान को वर्तमान ग्रे सूची से और डाउनग्रेड कर देगा। ऐसा होता है तो Pakistan कहीं का नहीं रह जाएगा क्योंकि तब पाकिस्तान को विश्व से फूटी कौड़ी तक मदद के रूप में नहीं मिलेगी। फिलहाल FATF ने पाकिस्तान को ग्रे सूची में डाल रखा है।
पाकिस्तान के मशहूर अखबार डॉन में छपी खबर के मुताबिक पाकिस्तान के बैंकर्स चाहते हैं कि पाकिस्तान सरकार FATF के बताए रास्ते पर चले ताकि आने वाले समय में पाकिस्तान की आर्थिक हालत पस्त नहीं हो। बैंकर्स समुदाय ने कहा है कि अगर अब FATF की तरफ से पाकिस्तान के खिलाफ कोई भी कार्रवाई की जाती है तो यह पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिए गंभीर खतरा साबित होगी। अगर पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से निकालकर ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाता है तो पाकिस्तान में विदेशी निवेश जीरो हो जाएगा। गौरतलब है कि कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के मारे जाने के बाद भारत ने पाकिस्तान को चौतरफा घेरने की कार्रवाई शुरू कर दी है। भारत पाकिस्तान को हर मोर्चे पर विफल कर देना चाहता है ताकि पाकिस्तान अगली बार से भारत में आतंकी हमला करने की हिमाकत नहीं कर सके।