Edited By ,Updated: 04 Jan, 2017 07:23 PM
देश में चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से अक्तूबर की अवधि में 27.82 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ.डी.आई.) आया। यह इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 21.87 अरब डॉलर से 27 प्रतिशत अधिक है।
नई दिल्ली: देश में चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से अक्तूबर की अवधि में 27.82 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ.डी.आई.) आया। यह इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 21.87 अरब डॉलर से 27 प्रतिशत अधिक है। औद्योगिक नीति एवं संवद्र्धन विभाग (डी.आई.पी.पी.) के अनुसार, मुख्य रूप से सेवाओं, दूरसंचार, व्यापार, कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर तथा वाहन जैसे क्षेत्रों में विदेशी निवेश आया।
भारत को सबसे अधिक एफ.डी.आई. सिंगापुर, मॉरीशस, नीदरलैंड तथा जापान से मिला। इससे पिछले वित्त वर्ष में देश में विदेशी निवेश का प्रवाह 23 प्रतिशत बढ़कर 55.6 अरब डॉलर रहा था। विदेशी निवेश भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है। देश को अपने बुनियादी ढांचा क्षेत्र मसलन बंदरगाह, हवाईअड्डा और राजमार्गों में 1,000 अरब डॉलर के निवेश की जरूरत है।
डी.आई.पी.पी. के कहा कि इसके अलावा ट्रेडमार्क के लिए आवेदनों में 10 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसकी जांच में इस साल नवंबर तक 250 प्रतिशत तक की बढ़ौतरी हुई है। ट्रेडमार्क लंबित रहने का आंकड़ा घटकर 3 महीने आ गया है जो मार्च, 2017 तक एक महीने पर आएगा।