Edited By jyoti choudhary,Updated: 04 Jul, 2020 10:28 AM
कोरोनोवायरस के प्रसार को रोकने के लिए देश भर में ‘लॉकडाउन'' लागू किए जाने के बावजूद भी अप्रैल से जून की तिमाही में उर्वरकों की बिक्री 83 प्रतिशत बढ़कर 111.61 लाख टन हो गई।
नई दिल्लीः कोरोनोवायरस के प्रसार को रोकने के लिए देश भर में ‘लॉकडाउन' लागू किए जाने के बावजूद भी अप्रैल से जून की तिमाही में उर्वरकों की बिक्री 83 प्रतिशत बढ़कर 111.61 लाख टन हो गई। सरकार ने शुक्रवार यह जानकारी दी।
एक सरकारी बयान में कहा गया, ‘‘अप्रैल-जून 2020 के दौरान, किसानों को उर्वरकों की बिक्री का पीओएस (बिक्री का बिंदु) 111.61 लाख टन था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 61.05 लाख टन की बिक्री की तुलना में 82.81 प्रतिशत अधिक है।'' यूरिया की बिक्री 67 प्रतिशत बढ़कर 64.82 लाख टन हो गई, जबकि समीक्षाधीन अवधि में डीएपी की मांग दो गुना बढ़कर 22.46 लाख टन रही। जटिल एवं सम्मिश्रित उर्वरकों की बिक्री दोगुनी से अधिक बढ़कर 24.32 लाख टन हो गई।
बयान में कहा गया, ‘‘राष्ट्रीय स्तर पर कोविड-19 लॉकडाउन के कारण आवाजाही पर प्रतिबंध के बावजूद, उर्वरक- मंत्रालय, रेलवे, राज्य सरकारों और बंदरगाहों के ठोस प्रयासों से देश में उर्वरकों के उत्पादन और आपूर्ति बाधा के चल रहा है।'' केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा ने कहा है, ‘‘हम खरीफ सत्र के दौरान किसानों को उर्वरकों के स्टॉक और उपलब्धता की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। राज्य सरकारों को उर्वरकों का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध कराया गया है।''