Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Dec, 2017 02:41 PM
वित्त मंत्रालय ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को अन्य ऋणदाताओं के साथ ऋण परिसंपत्तियों की बिक्री और अदला-बदली का विकल्प तलाशने को कहा है। इससे बैंकों को अपने बही खाते को मजबूत करने में मदद मिलेगी। सूत्रों के अनुसार अपनी क्षमता के हिसाब से बैंक ऋण...
नई दिल्ली: वित्त मंत्रालय ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को अन्य ऋणदाताओं के साथ ऋण परिसंपत्तियों की बिक्री और अदला-बदली का विकल्प तलाशने को कहा है। इससे बैंकों को अपने बही खाते को मजबूत करने में मदद मिलेगी। सूत्रों के अनुसार अपनी क्षमता के हिसाब से बैंक ऋण संपत्तियों की खरीद या अदलाबदली का विकल्प तलाश सकते हैं।
पिछले महीने पीएसबी मंथन में भी इस मुद्दे पर विचार विमर्श हुआ था। अदला-बदली और संपत्तियों की बिक्री से बैंक अपनी मुख्य क्षमता पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगे और अपने बोझ को कम कर सकेंगे। सूत्रों ने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि किसी बैंक की एमएसएमई ऋण में विशेषज्ञता है, तो वह अपने खुदरा ऋण पोर्टफोलियो को उस बैंक से बदल सकता है जो इस क्षेत्र में बेहतर है।
लघु उद्योगों को ऋण की उपलब्धता बढ़ाने के लिए वित्त मंत्रालय ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से सूक्ष्म, लघु और मझोले उपक्रम :एमएसएमई: केंद्रित शाखाएं भी खोलने को कहा है। एमएसएमई देश में प्रमुख रोजगार देने वाला क्षेत्र है। देश के विनिर्माण में इसका हिस्सा 40 प्रतिशत है।