Edited By jyoti choudhary,Updated: 30 Oct, 2018 06:47 PM
इंफोसिस के सह-संस्थापक एन आर नारायणमूर्ति ने मंगलवार को कहा कि उद्योगों को मशीन लर्निंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) और स्वचालन जैसी नई पीढ़ी की प्रौद्योगिकी के बारे में युवाओं को प्रशिक्षित करने पर जोर देना चाहिए।
नई दिल्लीः इंफोसिस के सह-संस्थापक एन आर नारायणमूर्ति ने मंगलवार को कहा कि उद्योगों को मशीन लर्निंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) और स्वचालन जैसी नई पीढ़ी की प्रौद्योगिकी के बारे में युवाओं को प्रशिक्षित करने पर जोर देना चाहिए।
मूर्ति ने कहा, 'अगर हम अधिक से अधिक रोजगार का सृजन करना चाहते हैं तो हमें अपने युवाओं को आईओटी, मशीन लर्निंग, स्वचालन जैसी चीजों के लिए तैयार करना होगा।' इंफोसिस का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कंपनी के मैसूर स्थित प्रशिक्षण केंद्र में एक दिन में 14,000 युवाओं को प्रशिक्षित करने की क्षमता है।
मूर्ति से पूछा गया कि स्वचालन (ऑटोमेशन) से नौकरियां जाएंगी तो उनका जवाब ना में रहा। उन्होंने कहा, 'ब्रिटेन में 60-70 के दशक में बैंकों ने जब कंप्यूटर को अपनाना शुरू किया तो उसका बड़ा विरोध हुआ। कहा गया कि इससे नौकरियां जाएंगी लेकिन आप देखिए क्या हुआ, बैंकों का विस्तार हुआ, लोगों को कंप्यूटराइजेशन की वजह से बड़ी संख्या में नौकरियां मिलीं।’’
मोबाइल कंप्यूटिंग और नेटर्विकंग पर वार्षिक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा, 'इसलिए अगर हम बुद्धिमानी से स्वचालन का इस्तेमाल करते हैं, अगर हम स्वाचलन का उपयोग सहायक के तौर पर करते हैं तो मेरा मानना है कि कंपनियां अपने कारोबार का विस्तार कर पाएंगी। साथ ही ऐसे क्षेत्रों में ज्यादा-से-ज्यादा लोगों की नियुक्ति करेंगी, जहां इंसानों की जरूरत है ना कि ऐसे क्षेत्रों में जहां मशीनें कामों को कर सकती हैं।'