Edited By jyoti choudhary,Updated: 18 Jun, 2020 11:30 AM
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच आर्थिक मोर्चे पर भारत के लिए बुरी खबर आई है।प्रमुख रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग्स ने भारत के ग्रोथ आउटलुक को रिवाइज करते हुए निगेटिव कर दिया है।
नई दिल्लीः कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच आर्थिक मोर्चे पर भारत के लिए बुरी खबर आई है।प्रमुख रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग्स ने भारत के ग्रोथ आउटलुक को रिवाइज करते हुए निगेटिव कर दिया है। इसके पहले रेटिंग एजेंसी फिच ने भारत के लिए स्टेबल आउटलुक की बात कही थी, हालांकि एजेंसी ने भारत के लिए पहले की ही तरह इशूअर डिफाल्ट रेटिंग BBB- बरकरार रखा है। फिच का मानना है कि देश में कड़े लॉकडाउन के चलते वित्त वर्ष 2021 में 5 फीसदी गिरावट आ सकती है। हालांकि वित्त वर्ष 2022 में यह तेजी से बाउंसबैक करेगी।
अर्थव्यवस्था तेजी से रिकवर होगी
फिच के मुताबिक कोरोना वायरस महामहारी के चलते भारत की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ा है, जिससे मौजूदा साल के लिए ग्रोथ आउटलुक कमजोर हुआ है। फिच रेटिंग्स के अनुसार इस साल भले ही ग्रोथ निगेटिव रहेगी, लेकिन वित्त वर्ष 2022 में यह 9.5 फीसदी के हिसाब से ग्रोथ कर सकती है। फिच का कहना है कि जिस तरह से देश में कोविड 19 के मामले बढ़ रहे हैं, रिस्क भी बढ़ रहा है। इन बातों का ध्यान रखते हुए रेटिंग रिवाइज की गई है, हालांकि यह देखना बाकी है कि कब तक कोविड 19 की चुनौतियां खत्म होने के बाद देश एक स्थिर ग्रोथ की ओर बढ़ेगा।
मूडीज भी घटा चुकी है रेटिंग
इससे पहले अन्य रेटिंग एजेंसी मूडीज भी भारत की सॉवरेन रेटिंग को घटा चुकी है। मूडीज ने सॉवरेन रेटिंग आउटलुक को बीएए3 (Baa3) से घटाकर बीएए2 (Baa2) कर दिया था। 22 सालों में यह पहला मौका है जब मूडीज ने भारत के सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग आउटलुक में कटौती की है। इसके अलावा मूडीज ने आउटलुक को नेगेटिव रखा है।