Edited By jyoti choudhary,Updated: 18 Sep, 2019 11:40 AM
पब्लिक सेक्टर की एयरलाइन एयर इंडिया के विनिवेश को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज (18 सितंबर) बड़ी बैठक करेंगी। वित्त वर्ष 2018-19 में एयर इंडिया को 8,400 करोड़ रुपए का जबरदस्त घाटा हुआ है। ये आंकड़े हाल ही में सार्वजनिक किए गए हैं।
नई दिल्लीः पब्लिक सेक्टर की एयरलाइन एयर इंडिया के विनिवेश को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज (18 सितंबर) बड़ी बैठक करेंगी। वित्त वर्ष 2018-19 में एयर इंडिया को 8,400 करोड़ रुपए का जबरदस्त घाटा हुआ है। ये आंकड़े हाल ही में सार्वजनिक किए गए हैं। ऐसे में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की यह बैठक अहम मानी जा रही है।
अगर एयर इंडिया की कमाई की बात करें तो वित्त वर्ष 2018-19 में एयरलाइन की कुल आय 26,400 करोड़ रुपए रही। इस दौरान कंपनी को 4,600 करोड़ रुपए का ऑपरेटिंग लॉस उठाना पड़ा है। बढ़ते तेल के दाम और पाकिस्तान के भारतीय विमानों के लिए एयरस्पेस बंद करने के बाद कंपनी को रोज 3 से 4 करोड़ रुपए का घाटा उठाना पड़ रहा है। बीते 2 जुलाई तक एयर इंडिया को पाकिस्तानी एयरस्पेस बंद होने से 491 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।
PAK एयरस्पेस बंद होने का नुकसान
बीते फरवरी महीने में पुलवामा आंतकी हमले के बाद भारत की ओर से बालाकोट स्ट्राइक किया गया था। इसके बाद पाकिस्तान ने अपने एयरस्पेस बंद कर दिए थे। हालांकि जुलाई में दोबारा खोल दिया गया था लेकिन कश्मीर से जुड़े धारा 370 को भारत सरकार द्वारा खत्म करने के बाद बने माहौल में पाकिस्तान ने एक बार फिर अगस्त अंत में अपने एयरस्पेस बंद कर दिए। एयर इंडिया के अलावा निजी एयरलाइंस स्पाइसजेट, इंडिगो और गोएयर को इस दौरान क्रमश: 30.73 करोड़ रुपए, 25.1 करोड़ रुपए और 2.1 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
कुल 58,000 करोड़ रुपए का कर्ज
लंबे समय से घाटे में चल रही एयरलाइन एयर इंडिया पर कुल 58,000 करोड़ रुपए का कर्ज है और इसे चुकाने के लिए एयरलाइंस को सालाना 4,000 करोड़ रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं। हाल ही में एयर इंडिया के स्पेशल पर्पस व्हीकल एयर इंडिया एसेट्स होल्डिंग्स लिमिटेड (AIAHL) ने अपने कर्ज व परिसंपत्ति के हिस्से का हस्तांतरण करने के लिए बॉन्ड जारी करके 7,000 करोड़ रुपए जुटा लिए हैं। इससे कर्ज के भारी बोझ से दबे एयर इंडिया को कुछ राहत मिलेगी।