Edited By ,Updated: 13 Nov, 2016 07:43 PM
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में गिरावट देखने के बाद वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में रोजमर्रा के काम आने वाले उपभोग के सामान (एफ.एम.सी.जी.) की खपत दूसरी छमाही में बेहतर रहने की उम्मीद की जा रही है।
नई दिल्लीः चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में गिरावट देखने के बाद वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में रोजमर्रा के काम आने वाले उपभोग के सामान (एफ.एम.सी.जी.) की खपत दूसरी छमाही में बेहतर रहने की उम्मीद की जा रही है। एफ.एम.सी.जी. कंपनी नैस्ले इंडिया को उम्मीद है कि इस साल मानसून अच्छा रहने और सरकारी कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग की राशि मिलने से मांग बढ़ेगी। हालांकि कंपनी ने कहा है कि बढ़ती कीमतों से विभिन्न कंपनियों की मूल्यांकन रणनीति के समक्ष चुनौती खड़ी हो सकती है।
नैस्ले इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सुरेष नारायण ने कहा, ‘‘एफ.एम.सी.जी. उद्योग की वृद्धि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में वास्तव में पिछले साल की इसी अवधि में मुकाबले कम रही है।’’ उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में कई कंपनियों की वृद्धि एक अंकीय रही है लेकिन किसी भी कंपनी की वृद्धि दहाई अंक में नहीं पहुंची है। इस प्रकार पहली छमाही की वृद्धि कमजोर रही है।
नारायण ने कहा कि एफ.एम.सी.जी. उद्योग में हालांकि दूसरी छमाही में वृद्धि पहली छमाही के मुकाबले बेहतर रहने की उम्मीद है। उन्होंने इसके लिए 2-3 वजह बताईं, ‘‘मानसून सामान्य रहने की रिपोर्ट से ग्रामीण क्षेत्रों में खरीदारी बढ़ेगी, यह इसकी प्राथमिक वजह हो सकती है। दूसरी वजह है 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों को अमल में लाया गया है और कर्मचारियों को जनवरी से सितंबर तक का एरिअर एकमुश्त मिला है। तीसरी वजह सेवानिवृत सैन्यकर्मियों को आे.आर.आे.पी. का लाभ मिलना है। इन सभी वजहों को देखते हुए उपभोक्ता उत्पादों की मांग बढऩे की उम्मीद है।’’