Edited By Supreet Kaur,Updated: 09 Jul, 2018 04:04 PM
देश का खाद्यान्न उत्पादन पिछले साल के रिकॉर्ड 27.95 करोड़ टन के उत्पादन को पार कर सकता है। कृषि सचिव शोभना पटनायक ने कहा कि मानसून बेहतर रहने, ऊंचे न्यूनतम समर्थन मूल्य (एम.एस.पी.) तथा फसल उत्पादकता में संभावित वृद्धि के ........
बिजनेस डेस्कः देश का खाद्यान्न उत्पादन पिछले साल के रिकॉर्ड 27.95 करोड़ टन के उत्पादन को पार कर सकता है। कृषि सचिव शोभना पटनायक ने कहा कि मानसून बेहतर रहने, ऊंचे न्यूनतम समर्थन मूल्य (एम.एस.पी.) तथा फसल उत्पादकता में संभावित वृद्धि के मद्देनजर उम्मीद है कि खाद्यान्न उत्पादन पिछले साल के स्तर को पार कर सकता है।
कृषि सचिव ने भरोसा जताया कि आगामी सप्ताहों में बुआई रफ्तार पकड़ेगी, जो अभी पीछे चल रही है। उत्पादक राज्यों में बारिश अच्छी रहने की संभावना है। इसके अलावा पिछले सप्ताह सरकार ने 14 खरीफ फसलों का एम.एस.पी. बढ़ाने की घोषणा की है। इससे किसान बुआई बढ़ाने को प्रोत्साहित होगा। उन्होंने कहा कि देश के कुछ हिस्सों में बारिश कम रहने की वजह से अभी तक खरीफ की मुख्य फसल धान की बुआई पिछले साल की तुलना में कम है। खरीफ फसल की बुआई जून से शुरू होती है जबकि कटाई अक्तूबर से शुरू की जाती है।
पटनायक ने एक साक्षात्कार दौरान कहा, ‘‘बुआई क्षेत्रफल में कमी की भरपाई आगामी सप्ताहों में हो जाएगी। हम निश्चित रूप से पिछले साल के उत्पादन स्तर को पार करेंगे।’’ कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पिछले सप्ताह तक सभी खरीफ फसलों का बुआई क्षेत्रफल 333.76 लाख हैक्टेयर था, जो इससे पिछले साल की समान अवधि के 388.89 लाख हैक्टेयर से 14.17 प्रतिशत कम है। अभी तक धान का बुआई क्षेत्र 15 प्रतिशत कम 67.25 लाख हैक्टेयर है, जो पिछले साल इसी अवधि में 79.08 लाख हैक्टेयर था। इसी तरह दलहन का बुआई क्षेत्र 20 प्रतिशत घटकर 33.60 लाख हैक्टेयर है, जो पिछले साल 41.67 लाख हैक्टेयर था। ये आंकड़े पिछले सप्ताह तक के हैं। मोटे अनाज का बुआई क्षेत्र भी 13.45 प्रतिशत घटकर 57.35 लाख हैक्टेयर पर है, जो पिछले साल की इसी अवधि में 66.27 लाख हैक्टेयर था। तिलहन का बुआई क्षेत्र 13.42 प्रतिशत घटकर 73.45 लाख से 63.59 लाख हैक्टेयर रह गया। नकदी फसलों में कपास का बुआई क्षेत्र 24 प्रतिशत कम यानी 54.60 लाख हैक्टेयर रहा है। एक साल पहले इसी अविध में यह 71.82 लाख हैक्टेयर पर था।