रेलवे का 'मिशन रफ्तार' पहली बार 100 की स्पीड से दौड़ेेगी मालगाड़ी

Edited By vasudha,Updated: 15 Jan, 2020 02:47 PM

for the first time goods trains will run at speeds of 100

भारतीय रेल ने नया मुकाम हासिल करते हुये 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से मालगाड़ियों के परिचालन का परीक्षण पूरा कर लिया है जिससे आने वाले समय में माल ढुलाई में लगने वाला समय कम होगा और लॉजिस्टिक्स लागत में कमी आयेगी...

बिजनेस डेस्क: भारतीय रेल ने नया मुकाम हासिल करते हुये 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से मालगाड़ियों के परिचालन का परीक्षण पूरा कर लिया है जिससे आने वाले समय में माल ढुलाई में लगने वाला समय कम होगा और लॉजिस्टिक्स लागत में कमी आयेगी। रेलवे बोर्ड के सदस्य (चल परिसंपत्ति) राजेश अग्रवाल ने बुधवार को बताया कि वर्तमान में 22 टन वाले वैगनों से माल ढुलाई की जाती है और मालगाड़ियों की अधिकतम रफ्तार 75 किलोमीटर प्रति घंटे होती है। वैगन के 25 टन वाले संस्करण का परीक्षण पूरा कर लिया गया है। 

 

समर्पित मालवहन गलियारा (डीएफसी) पर पिछले दिनों इसका परीक्षण किया गया था। परीक्षण के दौरान पूरे 25 टन वजन के वैगनों वाली मालगाड़ी 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने में सफल रही। इसके अलावा फ्लैट वैगन के 28 टन के संस्करण का भी डीएफसी पर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सफल परीक्षण किया गया। अग्रवाल ने बताया कि यह माल ढुलाई के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम साबित होने वाला है। डीएफसी से शुरुआत करने के बाद अन्य लाइनों पर भी 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से मालगाड़ी दौड़ सकेगी।

 

खास बात यह है कि वैगनों के नये संस्करणों की डिजाइनिंग से निर्माण तक सब कुछ स्वदेशी है। उन्होंने बताया कि इससे समय की बचत होने के साथ ही एक बार में ज्यादा माल ढुलाई संभव होगी। इस प्रकार रेलवे की आमदनी में इजाफा होने की संभावना बनेगी। उन्होंने बताया कि इस समय देश में कुल चार-पाँच अरब टन सालना माल ढुलाई होती है जिसमें रेलवे की हिस्सेदारी 1.3 खरब टन यानी लगभग 25-30 प्रतिशत है। आदर्श स्थिति में 45 प्रतिशत माल ढुलाई रेल मार्ग से होनी चाहिये और उसी दिशा में प्रयास करते हुये रेलवे में अगले कुछ साल में माल ढुलाई में एक अरब टन की वृद्धि का लक्ष्य रखा है। 

 

अग्रवाल ने कहा कि यात्री वाहनों, दुपहिया वाहनों की रेल मार्ग से ढुलाई बेहद कम है जबकि ट्रकों, ट्रैक्टरों और ज्यादा ऊंचाई वाले यात्री वाहनों के अनुकूल वैगन ही उपलब्ध नहीं थे। पिछले साल हर तरह के वैगन का प्रोटोटाइप तैयार कर लिया गया है तथा कोई भी वाहन निर्माता कंपनी उनके लिए ऑडर्र कर सकती है। वाहन के साथ ही एफएमसीजी उत्पादों की भी रेल मार्ग की ढुलाई के अवसरों को भुनाया जाना बाकी है। ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने माल ढुलाई के लिए पूर्व रेलवे के साथ समझौता किया है।
 

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