Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Nov, 2020 12:53 PM
इकोनॉमी में सुधार के संकेत के बीच एक और अच्छी खबर सामने आई है। कोरोना संकट के बीच विदेशी मुद्रा भंडार से देश का खजाना भर गया है। विदेशी मुद्रा भंडार अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। केंद्र सरकार के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। देश का विदेशी
मुंबईः इकोनॉमी में सुधार के संकेत के बीच एक और अच्छी खबर सामने आई है। कोरोना संकट के बीच विदेशी मुद्रा भंडार से देश का खजाना भर गया है। विदेशी मुद्रा भंडार अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। केंद्र सरकार के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार 6 नवंबर को समाप्त सप्ताह में करीब आठ अरब डॉलर बढ़कर नए रिकॉर्ड स्तर 568 अरब डॉलर के पार पहुंच गया।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा गत शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक एक सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से 7.78 अरब डॉलर बढ़कर 568.49 अरब डॉलर हो गया। यह लगातार छठा सप्ताह रहा, जब विदेशी मुद्रा भंडार में बढोतरी दर्ज की गई है। इससे पहले 30 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 18.3 करोड़ डॉलर बढ़कर 560.71 अरब डॉलर, 23 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 5.41 अरब डॉलर बढ़कर 560.53 अरब डॉलर, 16 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा का भंडार 3.61 अरब डॉलर बढ़कर 555.12 अरब डॉलर, नौ अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 5.87 अरब डॉलर बढ़कर 551.51 अरब डॉलर पर तथा 02 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 3.62 अरब डॉलर बढ़कर 545.64 अरब डॉलर पर रहा था।
केंद्रीय बैंक ने बताया कि छह नवंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति 6.40 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ 524.74 अरब डॉलर पर पहुंच गया। स्वर्ण भंडार भी 1.32 अरब डॉलर बढ़कर 37.58 अरब डॉलर हो गया। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के पास आरक्षित निधि चार करोड़ डॉलर बढ़कर 4.68 अरब डॉलर पर और विशेष आहरण अधिकार 70 लाख डॉलर बढ़कर 1.48 अरब डॉलर पर पहुंच गया।