Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 Jul, 2019 03:03 PM
बजट से पहले के पूर्वानुमानों और वैश्विक स्तर पर छाए व्यापार तनाव के बीच विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने भारतीय बाजार से जुलाई के पहले हफ्ते में 475 करोड़ रुपए की निकासी की है। इससे पिछले पांच महीनों में विदेशी निवेशकों का रुख लिवाली का बना...
नई दिल्लीः बजट से पहले के पूर्वानुमानों और वैश्विक स्तर पर छाए व्यापार तनाव के बीच विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने भारतीय बाजार से जुलाई के पहले हफ्ते में 475 करोड़ रुपए की निकासी की है। इससे पिछले पांच महीनों में विदेशी निवेशकों का रुख लिवाली का बना रहा था।
एफपीआई ने जून में 10,384.54 करोड़, मई में 9,031.15 करोड़ रुपए, अप्रैल में 16,093 करोड़ रुपए, मार्च में 45,981 करोड़ रुपए और फरवरी में 11,182 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया था। इसमें शेयर और ऋण बाजार में किया गया निवेश शामिल है। नवीनतम डिपॉजिटरी आंकड़ों के अनुसार एक से पांच जुलाई के बीच में एफपीआई ने शेयर बाजार में 3,710.21 करोड़ रुपए का निवेश किया। जबकि इसी दौरान उन्होंने 3,234.65 करोड़ रुपए की निकासी की। इस प्रकार एफपीआई ने समीक्षावधि में देश के पूंजी बाजार से कुल 475.56 करोड़ रुपए की निकासी की।
ग्रो कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी हर्ष जैन ने कहा कि इस हफ्ते में एफपीआई ने भारतीय पूंजी बाजार से ठीकठाक राशि की निकासी की है। यह दिखाता है कि अमेरिका के ईरान और चीन के साथ संबंधों के तनाव का असर अभी भी वैश्विक बाजार पर पड़ता दिख रहा है। बजट पूर्व के अनुमानों ने भी इसमें अहम भूमिका निभाई है।