Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Sep, 2019 05:21 PM
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) सितंबर के पहले पखवाड़े में शुद्ध लिवाल रहे। एफपीआई ने पूंजी बाजारों में 1,841 करोड़ रुपए की पूंजी डाली। इससे पहले लगातार दो महीने पीएफआई शुद्ध बिकवाल रहे थे।
नई दिल्लीः विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) सितंबर के पहले पखवाड़े में शुद्ध लिवाल रहे। एफपीआई ने पूंजी बाजारों में 1,841 करोड़ रुपए की पूंजी डाली। इससे पहले लगातार दो महीने पीएफआई शुद्ध बिकवाल रहे थे। विशेषज्ञों के अनुसार अमेरिका-चीन के बीच व्यापार युद्ध में नरमी और अनुकूल वृहत आर्थिक आंकड़े के साथ ये निवेश हुए हैं।
डिपोजिटरी के पास उपलब्ध ताजा आंकड़े के अनुसार एफपीआई ने तीन से 14 सितंबर के बीच शेयर बाजारों से 2,031.02 करोड़ रुपए निकाले जबकि दूसरी तरफ 3,872.19 करोड़ रुपए बांड में निवेश किए। इस प्रकार शुद्ध रूप से उनका निवेश 1,841.17 करोड़ रुपए रहा। इससे पहले, एफपीआई ने अगस्त में 5,920.02 करोड़ रुपए और जुलाई में शेयर और बांड बाजार से 2,985.88 करोड़ रुपए की शुद्ध निकासी की थी।
बाजार विश्लेषक फर्म ग्रो के मुख्य परिचालन अधिकारी हर्ष जैन ने कहा, ‘‘अमेरिका-चीन के बीच व्यापार युद्ध थोड़ा नरम होने का बाजार पर सकारात्मक असर पड़ा। इसके अलावा जुलाई के आईआईपी 4.3 प्रतिशत रहा जिससे निवेशकों की धारणा को संभवत: बल मिला।''