Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jun, 2017 01:06 PM
विभिन्न वस्तुओं पर माल एवं सेवाकर :जीएसटी: की दर को अंतिम रूप दिए जाने और मानसून के सामान्य रहने के अनुमानों के चलते
नई दिल्ली: विभिन्न वस्तुओं पर माल एवं सेवाकर :जीएसटी: की दर को अंतिम रूप दिए जाने और मानसून के सामान्य रहने के अनुमानों के चलते विदेशी पोर्टफोलियो निवशकों (एफपीआई) ने जून में भारतीय पूंजी बाजार में अब तक 3.55 अरब डॉलर का निवेश किया है। इसमें विशेष बात यह है कि इसमें से अधिकतर निवेश बांड बाजार में किया गया है।
शेयरखान के परामर्श प्रमुख हेमांग जानी ने कहा कि 10 साल के बांड पर भारत और अमेरिका के बीच ब्याज अभी भी 4.5 से 5 प्रतिशत के बीच है। इससे भारतीय मुद्रा को लेकर स्थिर रूख बना हुआ है जिससे एफपीआई का बांड बाजार में प्रवाह बढ़ा है। नवीनतम डिपॉजिटरी डाटा के अनुसार एक से सोलह जून के बीच एफपीआई का इक्विटी में निवेश 4,022 करोड़ रुपए और बांड बाजार में 18,821 करोड़ रुपए रहा। इस प्रकार एफपीआई का कुल निवेश 22,844 करोड़ यानी 3.55 अरब डॉलर रहा।