Edited By rajesh kumar,Updated: 23 Aug, 2020 05:39 PM
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का भारत जैसे उभरते बाजारों को लेकर रुख सकारात्मक बना हुआ है। उन्होंने भारतीय बाजार में अगस्त महीने में अबतक शुद्ध रूप से 41,330 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
नई दिल्ली: विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का भारत जैसे उभरते बाजारों को लेकर रुख सकारात्मक बना हुआ है। उन्होंने भारतीय बाजार में अगस्त महीने में अबतक शुद्ध रूप से 41,330 करोड़ रुपये का निवेश किया है। वैश्विक बाजारों में अतिरिक्त नकदी के साथ भारत जैसे उभरते बाजारों में निवेश बढ़ रहा है।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने तीन अगस्त से 21 अगस्त के बीच शेयर बाजारों में 40,262 करोड़ रुपये और बांड बाजार में 1,068 करोड़ रुपये डाले। इससे पहले, एफपीआई पिछले दो महीने शुद्ध लिवाल रहे थे। उन्होंने शुद्ध रूप से जुलाई में 3,301 करोड़ रुपये और जून में 24,053 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक (शोध प्रबंधक) हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि वैश्विक बाजारों में अतिरिक्त नकदी उपलब्ध है। इसका कारण कई केंद्रीय बैंक कोरोना वायरस महामारी से निपटने और संकट में घिरी अर्थव्यवस्था को गति देने के लिये आक्रामक तरीके से प्रोत्साहन उपाय कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘अमेरिका अतिरिक्ट मुद्रा की छपाई भी कर रहा है। अतिरिक्त नकदी के साथ निवेशक भारत जैसे उभरते बाजारों में निवेश कर रहे हैं।’ श्रीवास्तव के अनुसार एफपीआई भारत जैसे उभरते बाजारों पर ध्यान दे रहे हैं क्योंकि इन बाजारों का प्रदर्शन अच्छा है और भविष्य में बेहतर रिटर्न की संभावना है।