Edited By jyoti choudhary,Updated: 26 Jul, 2020 04:09 PM
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने जुलाई में अब तक भारतीय पूंजी बाजारों से शुद्ध रूप से 86 करोड़ रुपए की निकासी की। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों तथा अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ने की वजह से जुलाई में एफपीआई बिकवाल बने हुए हैं।
नई दिल्लीः विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने जुलाई में अब तक भारतीय पूंजी बाजारों से शुद्ध रूप से 86 करोड़ रुपए की निकासी की। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों तथा अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ने की वजह से जुलाई में एफपीआई बिकवाल बने हुए हैं।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, एक से 24 जुलाई तक विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजारों में 2,336 करोड़ रुपए डाले, लेकिन उन्होंने ऋण या बांड बाजार से 2,422 करोड़ रुपए निकाले। इस तरह उनकी शुद्ध निकासी 86 करोड़ रुपए रही। इससे पिछले महीने एफपीआई ने भारतीय बाजारों में शुद्ध रूप से 24,053 करोड़ रुपए डाले थे।
मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक, प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘भारतीय बाजारों में निवेश को लेकर एफपीआई ने सतर्कता का रुख अपनाया हुआ है। दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं, अमेरिका और चीन में तनाव बढ़ रहा है तथा भारतीय अर्थव्यवस्था अभी झटके खा रही है।'' उन्होंने कहा कि इन सब कारणों से विदेशी निवेशक भारतीय बाजार में निवेश से कतरा रहे हैं। हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह एफपीआई द्वारा शेयरों में अच्छा निवेश किया गया।