Edited By jyoti choudhary,Updated: 06 Jun, 2021 01:49 PM
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने जून में सिर्फ चार कारोबारी सत्रों में भारतीय शेयर बाजारों में 8,000 करोड़ रुपए डाले हैं। कोविड-19 के नए मामलों में कमी तथा कंपनियों के बेहतर तिमाही नतीजों के बाद भारतीय बाजारों के प्रति विदेशी निवेशकों का...
नई दिल्लीः विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने जून में सिर्फ चार कारोबारी सत्रों में भारतीय शेयर बाजारों में 8,000 करोड़ रुपए डाले हैं। कोविड-19 के नए मामलों में कमी तथा कंपनियों के बेहतर तिमाही नतीजों के बाद भारतीय बाजारों के प्रति विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले मई में एफपीआई ने 2,954 करोड़ रुपए और अप्रैल में 9,659 करोड़ रुपए की निकासी की थी। मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, "आगे चलकर कोरोना वायरस के मोर्चे पर परिदृश्य में सुधार और टीकाकरण अभियान तेज होने से एफपीआई का निवेश और बढ़ने की उम्मीद है। आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने एक से चार जून के दौरान भारतीय शेयर बाजारों में शुद्ध रूप से 7,968 करोड़ रुपए का निवेश किया। अप्रैल में निकासी से पहले एफपीआई भारतीय शेयरों में लगातार निवेश कर रहे थे।
अक्टूबर, 2020 से मार्च, 2021 के दौरान उन्होंने शेयरों में 1.97 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया था। इसमें से 55,741 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश चालू चाल के पहले तीन माह में हुआ है। ग्रो के सह-संस्थापक एवं मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) हर्ष जैन ने कहा, "कोविड-19 संक्रमण में लगातार कमी के बाद अब विदेशी निवेशक भारतीय अर्थव्यवस्था में निवेश को लेकर अधिक आशान्वित नजर आ रहे हैं।''