Edited By jyoti choudhary,Updated: 29 Apr, 2018 05:57 PM
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफ.पी.आई.) ने इस महीने अब तक भारतीय पूंजी बाजारों से कुल मिलाकर 15,500 करोड़ रुपए से अधिक की निकासी की है। यह निकासी रुपए में कमजोरी, कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में तेजी तथा अमेरिका चीन
नई दिल्लीः विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफ.पी.आई.) ने इस महीने अब तक भारतीय पूंजी बाजारों से कुल मिलाकर 15,500 करोड़ रुपए से अधिक की निकासी की है। यह निकासी रुपए में कमजोरी, कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में तेजी तथा अमेरिका चीन व्यापार संबंधों में अनिश्चितता के बीच की गई है। इससे पहले पिछले महीने विदेशी निवेशकों ने शेयरों में 11,654 करोड़ रुपए का निवेश किया था जबकि ऋण बाजारों से 9,000 करोड़ रुपए की निकासी की थी। वहीं फरवरी महीने में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफ.पी.आई.) ने देश के पूंजी बाजारों (इक्विटी व ऋण) से 11,674 करोड़ रुपए से अधिक की निकासी की थी।
नवीनतम डिपाजिटरी आंकड़ों के अनुसार 2-27 अप्रैल के दौरान एफ.पी.आई. ने शेयरों से 5,552 करोड़ रुपए की शुद्ध निकासी की। वहीं इस दौरान ऋण बाजारों से उन्होंने 10,036 करोड़ रुपए निकाले। इस तरह से उन्होंने कुल मिलाकर 15,588 करोड़ रुपए (2.4 अरब डॉलर) की निकासी की। बाजार विश्लेषकों का मानना है कि कमजोर रुपए तथा कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों के साथ साथ अमेरिका चीन संबंधों में अनिश्चितता का असर विदेशी निवेशकों की धारणा पर रहा।