Edited By jyoti choudhary,Updated: 02 Apr, 2021 05:26 PM
फ्रैंकलिन टेंपलटन म्यूचुअल फंड ने कहा है कि वह भारत को लेकर प्रतिबद्ध है और इस बाजार से उसके बाहर निकलने का कोई इरादा नहीं है। उल्लेखनीय है कि फ्रैंकलिन टेंपलटन ने अपनी छह ऋण या बांड योजनाओं को बंद कर दिया था।
नई दिल्लीः फ्रैंकलिन टेंपलटन म्यूचुअल फंड ने कहा है कि वह भारत को लेकर प्रतिबद्ध है और इस बाजार से उसके बाहर निकलने का कोई इरादा नहीं है। उल्लेखनीय है कि फ्रैंकलिन टेंपलटन ने अपनी छह ऋण या बांड योजनाओं को बंद कर दिया था।
मीडिया में इस तरह की खबरें आई हैं कि फ्रैंकलिन टेंपलटन की अमेरिकी मुख्यालय वाली मूल कंपनी ने इन योजनाओं को बंद करने के मामले में जांच के दौरान भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) में ‘उचित और निष्पक्ष' सुनवाई के लिए राजनयिक मार्ग चुनने की बात कही है। खबरों में कहा गया है कि फ्रैंकलिन टेंपलटन ने चेताया है कि यदि उसे उचित सुनवाई का मौका नहीं दिया गया, तो वह भारत से बाहर निकल जाएगी।
फ्रैंकलिन टेंपलटन एसेट मैनेजमेंट (इंडिया) प्राइवेट लि. के अध्यक्ष संजय सापरे ने निवेशकों को भेजे पत्र में कहा, ‘‘हमारा भारतीय कारोबार से बाहर निकलने का कोई इरादा नहीं है। भारत में हमारे कारोबार की बिक्री से संबंधित खबरें गलत और अफवाह हैं।'' उन्होंने कहा कि फ्रैंकलिन टेंपलटन भारत को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सापरे ने कहा कि फ्रैंकलिन टेंपलटन भारतीय म्यूचुअल फंड उद्योग में शुरुआत में उतरी थी। ऐसे समय जबकि कई अन्य वैश्विक संपत्ति प्रबंधक यहां से निकलने का फैसला कर रहे थे, उस समय भी हम उद्योग में बने रहे। हालांकि, उन्होंने इन खबरों से इनकार नहीं किया कि कंपनी सरकारी अधिकारियों के साथ बातचीत कर रही है।
सापरे ने कहा, ‘‘भारत और दुनिया के अन्य देशों में हम सरकारों के साथ बातचीत करते रहते हैं। कई अन्य कंपनियां भी ऐसा करती हैं। हम संबंधित सरकारों, विभागों को घटनाक्रमों से अवगत कराते हैं और आगे भी ऐसा करना जारी रखेंगे।''