Edited By ,Updated: 04 Nov, 2016 01:55 PM
फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया(एफएसएसएआई) अपने फूड टेस्टिंग के ढांचे को मजबूत करने के लिए 482 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
नई दिल्ली: फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया(एफएसएसएआई) अपने फूड टेस्टिंग के ढांचे को मजबूत करने के लिए 482 करोड़ रुपए खर्च करेगी। फूड रेग्युलेटर ने हाल ही में यह निर्णय महाराष्ट्र हाई कोर्ट के एक निर्देश के बाद लिया है। कोर्ट ने कहा था कि देश की फूड टेस्टिंग लैब को अपग्रेड करने की जरूरत है।
कमेटी की गई थी गठित
एफएसएसएआई ने इस काम के लिए पिछले दिनों एक कमेटी का गठन किया था। बुधवार को एफएसएसएआई के चेयरमैन की अध्यक्षता वाली इस कमेटी की बैठक हुई। जिसमें स्वास्थ्य मंत्रालय, खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय, एक्सपोर्ट इंस्पेक्शन काउंसिल आदि के अधिकारी भी मौजूद रहे। इसके अलावा बैठक में गोवा, दिल्ली, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और पंजाब के प्रतिनिधियों के प्रस्तावों पर भी गौर किया गया। इनमें दो प्रस्ताव चंडीगढ़ के और एक केरला की कालीकट की लैब को अपग्रेड करने का प्रस्ताव प्राथमिकता से पास किया गया।
62 मोबाइल लैब बनेंगी
अथॉरिटी के अधिकारियों के मुताबिक इस बजट से प्रत्येक राज्य की एक लैब को अपग्रेड किया जाएगा। इनमें बड़े प्रदेशों में 2-4 लैब भी शामिल हो सकती हैं। कुल मिलाकर 45 लैब्स को अपग्रेड किया जाना है। साथ 14 रेफरल लैब्स को भी अपग्रेड किए जाने की योजना है। अधिकारियों के मुताबिक इस योजना के तहत 62 मोबाइल लैब्स भी लांच की जानी हैं।