Edited By Pardeep,Updated: 23 Dec, 2019 05:49 AM
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और ई-शासन पारदर्शिता ला रहा है जिससे सुशासन में मदद मिल रही है। गडकरी नागपुर में आयोजित ‘सरकारों की लोक सेवा वितरण भूमिका में सुधार'' पर दो दिवसीय क्षेत्रीय सम्मेलन के समापन...
नागपुरः केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और ई-शासन पारदर्शिता ला रहा है जिससे सुशासन में मदद मिल रही है। गडकरी नागपुर में आयोजित ‘सरकारों की लोक सेवा वितरण भूमिका में सुधार' पर दो दिवसीय क्षेत्रीय सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा,‘‘ मेरे (सड़क परिवहन एवं राजमार्ग) विभाग ने टोल संग्रह के लिए फास्टैग प्रणाली की शुरुआत की। इसे अबतक 51-52 प्रतिशत तक लागू कर दिया गया है और अगले महीने तक इसे पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा। इससे पहले, हमारा टोल संग्रह प्रति दिन 68 करोड़ रुपए था। फास्टैग प्रणाली के बाद यह बढ़कर प्रतिदिन 81 करोड़ रुपए हो गया। गडकरी ने कहा,‘‘मैं इसे प्रति दिन 25 करोड़ रुपए तक बढ़ाने की उम्मीद कर रहा हूं, और हमारी आय पिछले वर्ष की तुलना में 10,000-11,000 करोड़ रुपए बढ़ जाएगी। ई-शासन की दिशा में एक छोटे कदम से आय में वृद्धि हुई है।''
मंत्री ने कहा कि सकारात्मक और विकास उन्मुख दृष्टिकोण, पारदर्शिता, भ्रष्टाचार मुक्त प्रणाली,तेजी से निर्णय लेने की प्रक्रिया और सामाजिक और राष्ट्रीय प्रतिबद्धता सुशासन की ओर लेकर जाएगा। गडकरी ने कहा कि नौकरशाहों के प्रदर्शन का ऑडिट समय-समय पर किया जाना चाहिए। इस कार्यक्रम में केंद्रीय जितेंद्र सिंह ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार ‘सुधार, प्रदर्शन और परिर्वतन' के लिए प्रतिबद्ध है।