Edited By jyoti choudhary,Updated: 16 Dec, 2018 12:07 PM
बीते सप्ताह तेजी में रहे घरेलू शेयर बाजार की दिशा आगामी सप्ताह कच्चे तेल की कीमतों के उतार-चढाव, भारतीय मुद्रा की चाल, राजनीतिक घटनाक्रम और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के फैसले से तय होगी।
मुंबईः बीते सप्ताह तेजी में रहे घरेलू शेयर बाजार की दिशा आगामी सप्ताह कच्चे तेल की कीमतों के उतार-चढाव, भारतीय मुद्रा की चाल, राजनीतिक घटनाक्रम और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के फैसले से तय होगी। बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 289.68 अंक यानी 0.81 प्रतिशत की तेजी के साथ 35,962.93 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 111.75 अंक यानी 1.05 प्रतिशत की साप्ताहिक बढ़त के साथ 10,805.45 अंक पर बंद हुआ।
दिग्गज कंपनियों की तरह छोटी और मंझोली कंपनियों में भी निवेशकों ने जमकर पैसा लगाया। बीएसई का मिडकैप 475.35 अंक की तेजी के साथ 15,192.84 अंक पर और स्मॉलकैप 397.11 अंक की बढ़त के साथ 14,501.76 अंक पर बंद हुआ। आगामी सप्ताह निवेशक रिजर्व बैंक के नए गवर्नर शक्तिकांता दास के तरलता बढाने की दिशा में किए जाने वाले प्रयासों पर भी नजर बनाए रखेंगे।
बीते सप्ताह एक रुपए नौ पैसे की गिरावट को झेलनी वाली भारतीय मुद्रा की चाल भी निवेश धारणा को प्रभावित करेगी। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों का भी असर शेयर बाजार पर रहेगा। इसके अलावा 18 दिसंबर को होने वाली अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के नतीजे से भी निवेशकों का रूझान तय होगा।