Edited By ,Updated: 09 Aug, 2016 01:37 PM
गोल्ड मोनेटाजेशन स्कीम की तारीफ करने वाले सांसद सोना जमा करने की बात आती है तो खुद पीछे हट जाते हैं।
नई दिल्लीः गोल्ड मोनेटाजेशन स्कीम की तारीफ करने वाले सांसद सोना जमा करने की बात आती है तो खुद पीछे हट जाते हैं। इस मामले में उनका रवैया भी आम भारतीयों और उन मंदिरों जैसा ही है, जिनके पास सैकड़ों टन सोना बेकार पड़ा हुआ है।
देश के सांसदों के पास कम से कम 710 किलो सोना है लेकिन वे देश के इम्पोर्ट बिल को कम करने की इस पहल में शामिल नहीं होना चाहते हैं। जबकि देश में लोगों के पास बेकार पड़े अनुमानित रूप से 20 हजार टन सोने कुल मूल्य 5 लाख 40 हजार करोड़ रु है। हलफनामे से यह जानकारी सामने आई है।
क्या है स्कीम
2015 के नवंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोल्ड मॉनेटाइजेशन स्कीम लांच की थी। इसका मकसद देशभर के लोगों के पास बेकार पड़े अनुमानित रूप से 20,000 टन सोने को इसके दायरे में लाना है। इस सोने का कुल मूल्य 5 लाख 40 हजार करोड़ रुपए है।