Edited By jyoti choudhary,Updated: 17 Mar, 2021 02:24 PM
अमेरिकी फेड नीति की घोषणा से पहले निवेशक सतर्क हैं। ऐसे में वैश्विक बाजारों के अनुरूप भारतीय बाजारों में सोने की वायदा कीमत में मामूली तेजी देखी गई और चांदी वायदा सपाट रही। एमसीएक्स पर सोना वायदा 0.2 फीसदी बढ़कर 44,917 रुपए प्रति 10 ग्राम था, जबकि...
नई दिल्लीः अमेरिकी फेड नीति की घोषणा से पहले निवेशक सतर्क हैं। ऐसे में वैश्विक बाजारों के अनुरूप भारतीय बाजारों में सोने की वायदा कीमत में मामूली तेजी देखी गई और चांदी वायदा सपाट रही। एमसीएक्स पर सोना वायदा 0.2 फीसदी बढ़कर 44,917 रुपए प्रति 10 ग्राम था, जबकि चांदी 66,950 रुपए प्रति किलोग्राम पर सपाट थी। पिछले सत्र में सोना 0.2 पीसदी गिरा था, जबकि चांदी में 1.09 फीसदी की गिरावट आई थी।
वैश्विक बाजारों में इतनी है कीमत
पिछले सत्र में कीमतें दो सप्ताह के उच्च स्तर यानी 1,740.90 डॉलर प्रति औंस पर पहुंचने के बाद आज हाजिर सोना 1,730.82 डॉलर प्रति औंस पर रहा। वैश्विक बाजारों में, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय बैठक के परिणाम से पहले सोने की दरें सपाट थीं। अन्य कीमती धातु भी दबाव में थीं। चांदी 0.7 फीसदी गिरकर 25.77 डॉलर पर जबकि प्लैटिनम 0.5 फीसदी गिरकर 1,206 डॉलर पर बंद हुआ। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज में रिसर्च हेड, कमोडिटीज हरीश वी ने कहा कि, 'मजबूत अमेरिकी डॉलर, उच्च बॉन्ड यील्ड और वैश्विक आर्थिक सुधार के संकेतों से कीमती धातु की सेफ-हेवन मांग प्रभावित हुई है।
कमजोर निवेशक रुचि को दर्शाता है ईटीएफ का प्रवाह
ईटीएफ का प्रवाह जारी है। स्वर्ण ईटीएफ सोने की कीमत पर आधारित होते हैं और उसके दाम में आने वाली घट-बढ़ पर ही इसका दाम भी घटता बढ़ता है। मालूम हो कि ईटीएफ का प्रवाह सोने में कमजोर निवेशक रुचि को दर्शाता है। एक मजबूत डॉलर अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोने को अधिक महंगा बनाता है।
सरकार ने एक फरवरी 2021 को सोने और चांदी पर आयात शुल्क में कटौती की घोषणा की थी। इस कदम से घरेलू बाजार में इन मूल्यवान धातुओं की कीमतों को नीचे लाने में मदद मिलेगी तथा रत्न एवं आभूषण निर्यात को बढ़ावा मिलेगा। सोना और चांदी पर सीमा शुल्क कम कर 7.5 फीसदी किया गया है।