Edited By ,Updated: 14 Apr, 2017 01:10 PM
पिछले एक महीने में घरेलू बाजार में सोना 1500 रुपए महंगा हो चुका है। वहीं, इस साल अब तक सोने की कीमतें 2405 रुपए बढ़ चुकी हैं। कमोडिटी विशेषज्ञों और बुलियन मार्कीट के जानकारों का मानना है
नई दिल्लीः पिछले एक महीने में घरेलू बाजार में सोना 1500 रुपए महंगा हो चुका है। वहीं, इस साल अब तक सोने की कीमतें 2405 रुपए बढ़ चुकी हैं। कमोडिटी विशेषज्ञों और बुलियन मार्कीट के जानकारों का मानना है कि सोने की कीमतेंबढ़ेंगी और जून के अंत तक सोना 1 साल बाद फिर 31 हजार के लेवल को क्रॉस कर सकता है। एक्सपर्ट्स पूरे साल के नजरिए से भी सोने में निवेश को सुरक्षित मान रहे हैं।
जानें इस साल कितनी बढ़ी कीमतें
केडिया कमोडिटी के अजय केडिया का कहना है कि हाल ही में जिस तरह की जियोपॉलिटिकल टेंशन की स्थिति बनी है, उससे सोने को सपोर्ट मिला है। वैश्विक बाजार बनी अनिश्चितता की वजह से सोना 5 महीने के पीक पर पहुंच गया है। वहीं, वैश्विक बाजार में सोने में आई तेजी से भारत में भी गोल्ड के फिजिकल मार्कीट में इंप्रूवमेंट देखने को मिला है। वैश्विक बाजार में सोने की कीमतें जहां 1286 डॉलर प्रति औंस पहुंच गईं, वहीं घरेलू बाजार में सोना 29,850 प्रति 10 ग्राम पहुंच गया।
मंथ क्लोजिंग |
भाव प्रति 10 ग्राम |
दिसंबर 2016 |
27,445 रुपए |
जनवरी 2017 |
28,942 रुपए |
फरवरी 2017 |
29,566 रुपए |
मार्च 2017 |
28,463 रुपए |
13 अप्रैल 2017 |
29,850 रुपए |
इन कारणों से बनी रहेगी तेजी
- जियोपॉलिटिकल टेंशन की वजह से वैश्विक बाजार में अनिश्चितता की स्थिति बन रही है, जिससे सेफ हैवन माने जाने वाले सोने में निवेश को लेकर लोगों में रूझान बढ़ा है।
- इंटरनैशनल मार्कीट में गोल्ड की कीमतें बढ़ने से डोमेस्टिक मार्कीट में भी फिजिकल गोल्ड की डिमांड बढ़ेगी।
- यूएस फेड द्वारा इस साल एक से ज्यादा बार इंटरेस्ट रेट बढ़ाए जाने की उम्मीद कम है, जिससे गोल्ड को सपोर्ट मिल रहा है।
- धीरे-धीरे गोल्ड में इनवेस्टमेंट डिमांड इंप्रूव हुई है। डाटा देखने से साफ लगता है कि ईटीएफ में भी होल्डिंग बढ़ी है।
- एक और बड़ा कारण है सेंटीमेंटल बॉइंग। अक्षय तृतीया नजदीक है, लोग सोने में खरीददारी करेंगे।
- वहीं, अगर लोअर स्लैब में रखा गया तो जीएसटी से भी सोने को सपोर्ट मिलता दिख रहा है।