Edited By jyoti choudhary,Updated: 18 May, 2020 12:41 PM
दुनिया की बड़ी रेटिंग एजेंसी गोल्डमैन सैक्स ने आशंका जताई है कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए किए गए देशव्यापी लॉकडाउन का भारत की अर्थव्यवस्था पर विनाशकारी असर पड़ेगा और
बिजनेस डेस्कः दुनिया की बड़ी रेटिंग एजेंसी गोल्डमैन सैक्स ने आशंका जताई है कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए किए गए देशव्यापी लॉकडाउन का भारत की अर्थव्यवस्था पर विनाशकारी असर पड़ेगा और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश अब तक की सबसे भीषण मंदी के दौर से गुजरेगा। उसके मुताबिक इस वित्तीय वर्ष में भारत की विकास दर में 5 फीसदी की गिरावट आएगी।
गोल्डमैन सैक्स के मुताबिक इस वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही के लिए गिरावट का यह आंकड़ा 45 फीसदी तक जा सकता है। हालांकि बाद की दो तिमाहियों में हालात थोड़े सुधरेंगे जबकि चौथी तिमाही तथा अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए विकास दर अनुमान क्रमशः -14% तथा -6.5% पर बरकरार रखा गया है।
यह खबर मोदी सरकार द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज के ऐलान के बीच आई है। इसके तहत कई क्षेत्रों में नीतिगित सुधारों का ऐलान किया गया है। गोल्मैन सैक्स का कहना है कि इनका असर पड़ने में अभी वक्त लगेगा और इससे अर्थव्यवस्था में तुरंत किसी चमत्कार की उम्मीद नहीं करनी चाहिए।
अब तक की सबसे बड़ी मंदी
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गोल्डमैन सैक्स की अर्थशास्त्री प्राची मिश्रा तथा एंड्रयू टिल्टन ने 17 मई को एक नोट में लिखा है कि इन अनुमानों का तात्पर्य यह है कि वित्त वर्ष 2021 में रियल जीडीपी में 5% की गिरावट दर्ज की जाएगी, जैसा अबतक भारत में किसी भी मंदी में नहीं देखा गया होगा।