Edited By Supreet Kaur,Updated: 16 Jul, 2018 12:49 PM
इंटरनेट सर्च इंजन गूगल की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। यूरोपियन यूनियन गूगल पर इस हफ्ते 20 हजार करोड़ रुपए का जुर्माना लगा सकता है। आरोप है कि गूगल फोन बनाने वाली कंपनियों को अपना एंड्रॉयड सॉफ्टवेयर तो फ्री में देती है, लेकिन इसके बदले वह गूगल वेब...
जनेस डेस्कः इंटरनेट सर्च इंजन गूगल की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। यूरोपियन यूनियन गूगल पर इस हफ्ते 20 हजार करोड़ रुपए का जुर्माना लगा सकता है। आरोप है कि गूगल फोन बनाने वाली कंपनियों को अपना एंड्रॉयड सॉफ्टवेयर तो फ्री में देती है, लेकिन इसके बदले वह गूगल वेब ब्राउजर और सर्च इंजन जैसे एप इंस्टॉल करने के लिए मजबूर करती है।
यूरोपियन कंपनियों ने शिकायत की थी कि गूगल के दबाव में फोन निर्माता दूसरी कंपनियों के सर्च इंजन और ब्राउजर इंस्टॉल नहीं करते हैं। गूगल ने कहा वह फोन निर्माताओं पर दबाव नहीं डालती है। यूरोपियन कमीशन को गूगल के सालाना टर्नओवर के 10 फीसदी तक जुर्माना लगाने का अधिकार है।
पिछले साल गूगल का टर्नओवर 110 अरब डॉलर था। यानी गूगल पर 11 अरब डॉलर (75,000 करोड़ रुपए) तक का जुर्माना लग सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इतना जुर्माना शायद ही लगे। पर यह पिछले साल के 2.8 अरब डॉलर (19,000 करोड़ रुपए) से ज्यादा होगा। तब आरोप था कि सर्च के नतीजों में गूगल अपने विज्ञापनों को प्राथमिकता से दिखाती है।