Edited By jyoti choudhary,Updated: 23 May, 2018 07:25 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प किया। सरकार के सलाहकारों का कहना है कि इसका सबसे सही रास्ता है कि फसल की कीमत समर्थन मूल्य से कम होने पर सरकार किसानों को कैश मुआवजा दें।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प किया। सरकार के सलाहकारों का कहना है कि इसका सबसे सही रास्ता है कि फसल की कीमत समर्थन मूल्य से कम होने पर सरकार किसानों को कैश मुआवजा दें। फसल की लागत से 50 फीसदी ज्यादा लाभ दिलाने के लिए नीति आयोग में कई तरीकों पर विचार किया गया।
सरकार 2 दर्जन फसलों का मूल्य अनाउंस करती है लेकिन गेहूं और चावल के अलावा यह केवल कुछ ही फसलों को खरीदती है। कुछ सालों में जबरदस्त पैदावार की वजह से कई फसलों की कीमत गिर गई है। किसानों को गारंटी के साथ फसल की कीमत दिलाकर बाजार को स्थिर किया जा सकता है। आने वाले चुनाव में भी यह मोदी सरकार के लिए मददगार साबित हो सकता है।
सूत्र के अनुसार, फसल की लागत से 50 फीसदी ज्यादा समर्थन मूल्य निर्धारित करना भी किसानों की आय को दोगुना करने में मदद कर सकता है।' नीति आयोग के ये प्रस्ताव सितंबर से पहले कैबिनेट को भेजे जा सकते हैं जिससे मॉनसून में बोई गई फसल के कटने तक इसे लागू किया जा सके। देश की 130 करोड़ की आबादी में लगभग 80 करोड़ लोग सीधे कृषि पर निर्भर हैं। ऐसे में ये योजनाओं वर्तमान सरकार के लिए अगले चुनाव में फायदेमंद साबित हो सकती हैं।