Edited By Supreet Kaur,Updated: 28 Nov, 2019 11:33 AM
वित्तीय संकट से जूझ रही सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया के खरीदारों को लुभाने के लिए केन्द्र सरकार कंपनी पर आधे से अधिक कर्ज को माफ करने पर विचार कर रही है। एयर इंडिया पर लगभग 55,000 करोड़ रुपए का कर्ज है।
नई दिल्लीः वित्तीय संकट से जूझ रही सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया के खरीदारों को लुभाने के लिए केन्द्र सरकार कंपनी पर आधे से अधिक कर्ज को माफ करने पर विचार कर रही है। एयर इंडिया पर लगभग 55,000 करोड़ रुपए का कर्ज है।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक पहचान जाहिर न करने की शर्त पर सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने योजना बनाई है कि वह प्रस्तावित निवेशकों को कंपनी का 30,000 करोड़ रुपए के कर्ज का भार अपने ऊपर लेने को कहेगी। सरकार कंपनी को बेचने के लिए एक्सप्रैशन ऑफ इंट्रस्ट 15 दिसम्बर को जारी कर सकती है।
पिछले साल कंपनी के लिए कोई खरीदार ढूंढने में नाकाम रही मोदी सरकार टैक्स कलैक्शन में आई कमी तथा 20 अरब डॉलर के कॉर्पोरेट टैक्स में कटौती से राजकोषीय घाटे में बढ़ौतरी को पाटने के लिए कंपनी को जल्द से जल्द बेचने की इच्छुक है। पिछले सप्ताह केन्द्र सरकार ने देश की दूसरी सबसे बड़ी सरकारी रिफाइनर कंपनी तथा अपनी सबसे बड़ी शिपिंग कंपनी को बेचने का फैसला किया है।
वित्त मंत्रालय के किसी प्रवक्ता ने नहीं की कोई टिप्पणी
सूत्रों ने कहा कि एयर इंडिया को खरीदने के लिए कोई कंपनी तभी आगे बढ़ेगी, जब सरकार उसके कर्ज को माफ करेगी। कंपनी को बंद होने से बचाने के लिए पिछले एक दशक में 56,000 करोड़ रुपए का निवेश किया जा चुका है। वित्त मंत्रालय के किसी प्रवक्ता ने इस मामले पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है।