Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Nov, 2017 03:49 PM
सरकार तय समय से पहले बैंको में पूंजी डाल सकती है। जानकारी के मुताबिक सरकार पी.एस.यू. बैंक के लिए 10,000 करोड़ रुपए की अतिरिक्त पूंजी वित्त वर्ष 2019 की बजाय 2018 में ही डाल सकती है। बैंकों के रिकैपिटलाइजेशन से प्रोविजनिंग और ग्रोथ में फायदा होगा।...
नई दिल्लीः सरकार तय समय से पहले बैंको में पूंजी डाल सकती है। जानकारी के मुताबिक सरकार पी.एस.यू. बैंक के लिए 10,000 करोड़ रुपए की अतिरिक्त पूंजी वित्त वर्ष 2019 की बजाय 2018 में ही डाल सकती है। बैंकों के रिकैपिटलाइजेशन से प्रोविजनिंग और ग्रोथ में फायदा होगा।
आपको बता दें कि पहले चरण में 70 हजार करोड़ रुपए के बॉन्ड जारी होंगे।रिकैपिटलाइजेशन के लिए पी.एस.यू. बैंकों के पिछले 3 साल की ग्रोथ पर आंकलन होगा। इसके अलावा हर पीएसयू बैंक क्यू.आई.पी. और एफ.पी.ओ. के जरिए 2 हजार करोड़ रुपए तक की रकम भी जुटा सकता है।