Edited By Seema Sharma,Updated: 27 Oct, 2019 12:12 PM
देश में आर्थिक मंदी के असर के बीच रोजगार के स्तर पर भी अच्छी खबरें नहीं मिल रही हैं। अब सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में जुलाई माह से अगस्त के बीच ही करीब 1.49 लाख नौकरियां घट गई हैं। दरअसल कर्मचारी राज्य बीमा निगम के पैरोल डाटा के अनुसार इस...
नई दिल्ली: देश में आर्थिक मंदी के असर के बीच रोजगार के स्तर पर भी अच्छी खबरें नहीं मिल रही हैं। अब सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में जुलाई माह से अगस्त के बीच ही करीब 1.49 लाख नौकरियां घट गई हैं। दरअसल कर्मचारी राज्य बीमा निगम के पैरोल डाटा के अनुसार इस साल जुलाई माह में करीब 14.49 लाख नई नौकरियां पैदा हुईं जबकि अगस्त माह में यह आंकड़ा घटकर 13 लाख पर आ गया है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एन.एस.ओ.) की रिपोर्ट के अनुसार वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान ई.एस.आई.सी. में 1.49 करोड़ लोगों का पंजीकरण हुआ। वहीं सितम्बर 2017 से अगस्त 2019 के बीच करीब 2.97 करोड़ नए सब्सक्राइबर्स ई.एस.आई.सी. योजना में शामिल हुए हैं।
बता दें कि एन.एस.ओ. की रिपोर्ट विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के आधार पर तैयार की गई है जिनमें ई.एस.आई.सी., ई.पी.एफ.ओ. और पी.एफ.आर.डी., (पैंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण) के पैरोल डाटा का अध्ययन किया गया है। एक खबर के अनुसार रिपोर्ट में बताया गया है कि ई.एस.आई.सी. में सितम्बर 2017 से लेकर मार्च 2018 तक 83.35 लाख नए पंजीकरण हुए हैं। वहीं ई.पी.एफ.ओ. में यह आंकड़ा बीते अगस्त में 10.86 लाख रहा, जो इससे पहले जुलाई में 11.71 लाख था। इन आंकड़ों को देखकर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि देश में नौकरियां घट रही हैं।
नए सब्सक्राइबर्स की संख्या कर सकती है ओवरलैप
रिपोर्ट में कहा गया है कि नए सब्सक्राइबर्स की संख्या ओवरलैप कर सकती है और यह अनुमान के आधार पर है। एन.एस.ओ. ने कहा कि मौजूदा रिपोर्ट देश के औपचारिक सैक्टर में नौकरियों के बारे में अलग-अलग दृष्टिकोण पेश करता है और समग्र तौर पर रोजगार के आंकड़ों को नहीं मापता।