Edited By vasudha,Updated: 16 May, 2019 04:02 PM
ताजा सरकारी आंकड़ों के अनुसार केंद्र सरकार ने विपणन वर्ष 2019-20 में किसानों से अभी तक दो करोड़ 92.6 लाख टन गेहूं खरीदा है। केंद्र सरकार ने इस वर्ष गेहूं का रिकॉर्ड 10 करोड़ टन उत्पादन होने का अनुमान लगाया है। उसने 2019-20 (अप्रैल-मार्च) के लिए 3.57...
नई दिल्ली: ताजा सरकारी आंकड़ों के अनुसार केंद्र सरकार ने विपणन वर्ष 2019-20 में किसानों से अभी तक दो करोड़ 92.6 लाख टन गेहूं खरीदा है। केंद्र सरकार ने इस वर्ष गेहूं का रिकॉर्ड 10 करोड़ टन उत्पादन होने का अनुमान लगाया है। उसने 2019-20 (अप्रैल-मार्च) के लिए 3.57 करोड़ टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य रखा है।
राज्य सरकार की एजेंसियों के साथ-साथ सरकारी उपक्रम, भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) कल्याणकारी योजनाओं की मांग को पूरा करने के लिए किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदती हैं। इस साल गेहूं का एमएसपी 1,840 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। आंकड़ों के अनुसार, एफसीआई और राज्य की एजेंसियों ने इस साल अब तक दो करोड़ 92.6 लाख टन गेहूं की खरीद की है।
चालू विपणन वर्ष में अब तक पंजाब में लगभग 1.21 करोड़ टन और हरियाणा में 90 लाख टन गेहूं खरीदा गया है। उक्त अवधि के दौरान मध्य प्रदेश में लगभग 53 लाख टन अनाज खरीदा गया है, जबकि उत्तर प्रदेश में 19.3 लाख टन और राजस्थान में 8,59,000 टन अनाज खरीदा गया है। यह ध्यान देने योग्य है कि गोदामों में पहले से भारी स्टॉक होने के कारण नई गेहूं की फसल रखने के लिए एफसीआई को जगह की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
नतीजतन, एजेंसी ने इस वित्त वर्ष के दौरान थोक उपभोक्ताओं को एक करोड़ टन गेहूं बेचने का फैसला किया है। पिछले साल सरकार ने 3.20 करोड़ टन के लक्ष्य से भी अधिक खरीद की थी। पिछले साल खरीद का आंकड़ा 3.58 करोड़ टन था। गेहूं की खरीद सामान्य तौर पर अप्रैल से शुरू होती है।