Edited By Isha,Updated: 19 Jan, 2019 10:52 AM
1 फरवरी को वित्त मंत्री अरुण जेतली लोकसभा में एन.डी.ए. सरकार का आखिरी बजट पेश करने जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव से पहले पेश होने वाले इस बजट को अंतरिम बजट या फिर वोट ऑन अकाऊंट कहा जाता
नई दिल्ली: 1 फरवरी को वित्त मंत्री अरुण जेतली लोकसभा में एन.डी.ए. सरकार का आखिरी बजट पेश करने जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव से पहले पेश होने वाले इस बजट को अंतरिम बजट या फिर वोट ऑन अकाऊंट कहा जाता है क्योंकि यह बजट मोदी सरकार का आखिरी बजट होने वाला है, ऐसे में सरकार इस बजट के जरिए आम से लेकर खास आदमी तक को लुभाने की कोशिश में लगी हुई है। मोदी सरकार के पिछले 5 बजट को देखें तो वे काफी हद तक संतुलित थे। इस सरकार का आखिरी बजट होने के कारण माना जा रहा है कि इस बजट में वह सब कुछ हो सकता है जिसकी उम्मीद आम जनता को है।
मीडिया रिपोर्टस की मानें तो सरकार इस बजट के जरिए सबसे पहले जिसे लुभाने वाली है, वह है देश का अन्नदाता यानी कि किसान। इस बजट में सरकार किसानों को खेती के लिए हर सीजन में 4000 रुपए प्रति एकड़ की दर से आॢथक मदद कर सकती है। सरकार ये रकम सीधा किसानों के बैंक अकाऊंट में भेजने पर विचार कर रही है। इसी के साथ सरकार इस बजट में किसानों को एक लाख रुपए तक का ब्याज मुक्त लोन देने पर भी विचार कर रही है।
बुजुर्गों को ऐसे खुश करेगी मोदी सरकार मोदी सरकार अपने इस बजट के जरिए बुजुर्गों को भी खुश करने वाली है। दरअसल जब से केन्द्र में मोदी सरकार आई है तब से लगातार बुजुर्ग पैंशन में बढ़ौतरी की मांग कर रहे हैं। ऐसे में सरकार इस बजट में बुजुर्गों की पैंशन में बढ़ौतरी कर सकती है। इस पर सरकार के अंदर तमाम मंत्रालयों में मंथन जारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सरकार पैंशन की रकम को बढ़ाकर दोगुनी कर सकती है। हालांकि ये रकम बढ़ाकर कितनी की जाएगी, यह ऐलान के दिन ही साफ हो पाएगा।