Edited By jyoti choudhary,Updated: 01 Sep, 2020 10:23 AM
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि देश को विनिर्माण गतिविधियों का बड़ा केन्द्र बनाने के प्रयास के तहत कुशल मानवशक्ति सृजित करने के वास्ते 15 नए प्रौद्योगिकी केन्द्र स्थापित किए जा रहे हैं और 18 मौजूदा केन्द्रों का उन्नयन किया जा रहा है।
नई दिल्लीः केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि देश को विनिर्माण गतिविधियों का बड़ा केन्द्र बनाने के प्रयास के तहत कुशल मानवशक्ति सृजित करने के वास्ते 15 नए प्रौद्योगिकी केन्द्र स्थापित किए जा रहे हैं और 18 मौजूदा केन्द्रों का उन्नयन किया जा रहा है। गडकरी ने वीडियो कन्फ्रेंसिंग के जरिए राजस्थान के अलवर जिले में भिवाड़ी में एक प्रौद्योगिकी केन्द्र का उद्घाटन किया।
गडकरी के पास राजमार्ग एवं सड़क मंत्रालय के साथ साथ सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) का भी प्रभार है। गडकरी ने प्रौद्योगिकी केन्द्रों का विस्तार करने के लिए राज्यों से जमीन और अन्य जरूरी सुविधायें और समर्थन उपलब्ध कराने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि ये विस्तार केन्द्र क्षेत्र के मौजूदा और नए उद्योगों की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं। इस अवसर पर उन्होंने कहा, ‘‘कुशल मानवबल तैयार करने के लिए हम 15 नए प्रौद्योगिकी केन्द्र बना रहे हैं और साथ ही 18 मौजूदा प्रोद्योगिकी केन्द्रों को उन्नत कर रहे हैं।''
इस बीच एमएसएमई मंत्रालय के तहत आने वाले खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने सोमवार को कहा कि उसे भारतीय रेडक्रास सोसायटी से 10.5 लाख मास्क का अब तक का सबसे बड़ा आर्डर प्राप्त हुआ है। सोसायटी से उसे दूसरी बार यह आर्डर मिला है। एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने मास्क बनाकर सतत् रोजगार के अवसर पैदा करने के लिये सीवीआईसी के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि चेहरे पर पहने जाने वाला मास्क जहां एक तरफ कोविड-19 से बचने का सबसे प्रभावी उपाय है वहीं इनके उत्पादन से कारीगरों को बड़ी मात्रा में रोजगार भी उपलब्ध हुआ है।