Edited By Supreet Kaur,Updated: 19 May, 2018 08:43 AM
वित्त मंत्रालय ने राजकोषीय आशंकाओं को खारिज करते हुए कहा कि वृहद आर्थिक मानक अब भी ‘बेहद मजबूत’ हैं। इसके साथ ही मंत्रालय ने कहा कि वह 2018-19 की दूसरी छमाही के लिए उधारी लक्ष्य घटा सकता है। सरकार चालू वित्त वर्ष के दौरान अप्रैल-सितंबर अवधि में 2.88...
नई दिल्लीः वित्त मंत्रालय ने राजकोषीय आशंकाओं को खारिज करते हुए कहा कि वृहद आर्थिक मानक अब भी ‘बेहद मजबूत’ हैं। इसके साथ ही मंत्रालय ने कहा कि वह 2018-19 की दूसरी छमाही के लिए उधारी लक्ष्य घटा सकता है। सरकार चालू वित्त वर्ष के दौरान अप्रैल-सितंबर अवधि में 2.88 लाख करोड़ रुपए कर्ज लेगी। यह बजट के कर्ज अनुमान का 47.56 प्रतिशत है।
आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा, ‘‘हमारे पास आगे सरकारी प्रतिभूतियों के पुनर्खरीद कार्यक्रम को कम करने का भी विकल्प है, जिसके परिणामस्वरूप दूसरी छमाही में उधारी का लक्ष्य भी कम हो सकता है।’’ उन्होंने कहा , ‘‘आर्थिक वृद्धि के कारक भी काफी मजबूत हैं। वृहद आर्थिक कारक भी बेहतर बने हुए हैं। मुद्रास्फीति नियंत्रण में है। अतः वृहद आर्थिक मोर्चे पर अर्थव्यवस्था बेहतर करना जारी रखेगी।’’