Edited By vasudha,Updated: 17 Jan, 2020 10:57 AM
बजाज ऑटो के मैनेजिंग डायरैक्टर राजीव बजाज ने जरूरत से ज्यादा सरकारी नियमों को ऑटो इंडस्ट्री में गिरावट की वजह माना है। उन्होंने कहा कि इन नियमों की वजह से ऑटो इंडस्ट्री मरने की कगार पर खड़ी है। राजीव बजाज की ओर से यह बयान इलैक्ट्रिक स्कूटर चेतक की...
बिजनेस डेस्क: बजाज ऑटो के मैनेजिंग डायरैक्टर राजीव बजाज ने जरूरत से ज्यादा सरकारी नियमों को ऑटो इंडस्ट्री में गिरावट की वजह माना है। उन्होंने कहा कि इन नियमों की वजह से ऑटो इंडस्ट्री मरने की कगार पर खड़ी है। राजीव बजाज की ओर से यह बयान इलैक्ट्रिक स्कूटर चेतक की लॉन्चिंग के मौके पर दिया गया। उन्होंने कहा कि मेरे हिसाब से जरूरत से ज्यादा नियम होने की वजह से ऑटो इंडस्ट्री मंदी के दौर से गुजर रही है। अगर आगामी बजट में ऑटो इंडस्ट्री को टैक्स के मोर्चे पर कोई राहत नहीं दी जाती है तो ऑटो इंडस्ट्री के हालात जल्द सुधरेंगे। बजाज के अनुसार सरकार की तरफ से हाल में ज्यादा सेफ्टी नॉम्र्स, इंश्योरैंस में बढ़ौतरी और नए उत्सर्जन मानक लागू किए गए हैं, जिसकी वजह से डिमांड में करीब 30 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की जा रही है। उन्होंने बताया कि बी.एस.6 एमिशन नॉम्र्स लागू होने से कीमत 8,000-10,000 रुपए और बढ़ जाएगी तथा इससे कस्टमर्स के लिए इस भार को उठाना मुश्किल होगा।
एंटी ब्रेकिंग सिस्टम को अनिवार्य बनाने पर जताई आपत्ति
बजाज ने 5 साल के लिए थर्ड पार्टी इंश्योरैंस और 150 सी.सी. इंजन वाले दोपहिया वाहनों के लिए एंटी ब्रेकिंग सिस्टम (ए.बी.एस.) को अनिवार्य बनाए जाने पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि क्या चालक अपना ध्यान खुद नहीं रख सकते। बजाज की मानें तो जिस मुम्बई जैसे शहर में 20 किलोमीटर प्रति घंटा पर ड्राइव करने में मुश्किल होती है, ऐसे में 7,000-8,000 रुपए की लागत वाले एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम को अनिवार्य करना मेरे ख्याल से पूरी तरह गैर-जरूरी है।
जी.एस.टी. घटाया जाए
बजाज ने सरकार से दोपहिया वाहनों के लिए गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जी.एस.टी.) घटाकर 18 प्रतिशत करने का अनुरोध किया। उन्होंने बताया कि व्हीकल रखने की कीमत बढऩे से ग्राहकों को मुश्किल होगी और इसके नतीजे में इंडस्ट्री को नुक्सान उठाना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने इलैक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए जी.एस.टी. घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया है, जबकि अन्य वाहनों के लिए यह 28 प्रतिशत है। इसे अस्थायी तौर पर घटाकर 18 प्रतिशत किया जाना चाहिए। बजाज ने सुझाव दिया कि पॉल्यूशन से निपटने के लिए बी.एस.6 इमिशन नॉम्र्स लाने के बजाय व्हीकल स्क्रैपेज एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
होंडा मोटरसाइकिल को निकट भविष्य में वाहन क्षेत्र में सुधार की उम्मीद नहीं
होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया को वाहन क्षेत्र में निकट भविष्य में सुधार होने की उम्मीद नहीं है। वाहन क्षेत्र की बिक्री में 2019 में 2 दशक की सबसे बड़ी गिरावट रही है। कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (बिक्री एवं विपणन) यादविंदर सिंह गुलेरिया ने भारत स्टेज (बी.एस.)-6 उत्सर्जन मानकों के अनुकूल कंपनी के तीसरे उत्पाद एक्टिवा6जी-110 सी.सी. को पेश करने के बाद कहा कि उन्हें वाहन उद्योग को वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) की दरों में सरकार से किसी राहत की उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘यदि ऐसा होता है तो निश्चित तौर पर उपभोक्ताओं को मदद मिलेगी।’’ गुलेरिया ने कहा, ‘‘निकट भविष्य में मुझे बाजार में सुधार के कोई संकेत दिखाई नहीं देते हैं। दीर्घकाल में सुधार होगा लेकिन कम से कम अगली दो तिमाहियों तक ऐसा नहीं होने वाला है क्योंकि एक अप्रैल से नए उत्सर्जन मानकों का क्रियान्वयन होने वाला है।’’