Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Dec, 2019 03:39 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से खास अपील करते हुए एयर इंडिया के करीब आधे दर्ज यूनियन ने कहा है कि केंद्र सरकार इस विमान कंपनी का विनिवेश रोक दे। पीएम मोदी से अपील करने वाले लोगों में एयर इंडिया के पायलट भी शामिल है। यूनियन ने अपने अपील में सरकार को...
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से खास अपील करते हुए एयर इंडिया के करीब आधे दर्ज यूनियन ने कहा है कि केंद्र सरकार इस विमान कंपनी का विनिवेश रोक दे। पीएम मोदी से अपील करने वाले लोगों में एयर इंडिया के पायलट भी शामिल है। यूनियन ने अपने अपील में सरकार को सुझाव दिया है कि एलएंडटी और आईटीसी की तरह ही एयर इंडिया को एक बोर्ड मैनेज्ड कंपनी बना दे।
3 साल से ऑपरेशनल प्रॉफिट में एयर इंडिया
इन यूनियन की तरफ से एक ज्वाइंट लेटर में कहा गया है, 'एयर इंडिया बीते तीन से ऑपरेशनल प्रॉफिट रिपोर्ट कर रही है। सालाना आउटगो 4 हजार करोड़ रुपए से अधिक होने की वजह से लोन सर्विस करना बड़ी चुनौती है। हम सरकार से आग्रह करते हैं कि वो क्रेडिट्स की छूट दे और एयरलाइन को प्रोफेशनल मैनेजमेंट द्वारा चलाया जाए।'
इस ज्वाइंट लेटर को गृह मंत्री अमित शाह, एविएशन मिनिस्टर हरदीप सिहं पूरी, सीविल एविएशन सेक्रेटरी पीएस खरोला और एयर इंडिया सीएमडी अश्विन लोहानी को भेजा गया है।
देश के गौरव पर आंचयूनियन की तरफ से कहा गया है कि कभी 'जेवेल' यानी गहना कही जाने वाले ये इस कंपनी को बेचने कर्मचारियों से लेकर आम लोगों के दुख की खबर होगी। साथ ही देश गौरव को भी इससे झटका लगेगा। इंडियन कॉमर्शियल पायलट एसोसिएशन, ऑल इंडिया केबिन क्रु एसोसिएशन एंड पायलट गिल्ड इन शामिल यूनियन में से एक हैं। इन सभी ने मिलकर प्रधानमंत्री से एयर इंडिया को प्राइवेट हाथों में नहीं बेचने की अपील की है।
मार्च 2020 तक 100% हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में सरकार
गौरतलब है कि भारी घाटे के बोझ से जूझ रही एयर इंडिया की 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए केंद्र सरकार लगातार प्रयास कर रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 31 मार्च 2020 तक एयर इंडिया के विनिवेश की बात कही है।