रुपए की मजबूती के लिए सरकार ने उठाया कदम, गैर-जरूरी आयात पर लगेगी पाबंदी

Edited By Supreet Kaur,Updated: 15 Sep, 2018 09:43 AM

government steps to boost rupee ban imposed on non essential imports

सरकार ने विदेशों से कर्ज लेने के नियमों में ढील देने तथा गैर-जरूरी आयातों पर पाबंदी लगाने का शुक्रवार को निर्णय किया। रुपए में गिरावट और बढ़ते चालू खाते के घाटे पर अंकुश लगाने के इरादे से यह कदम उठाया गया है। अर्थव्यवस्था की सेहत की समीक्षा के लिए...

नई दिल्लीः सरकार ने विदेशों से कर्ज लेने के नियमों में ढील देने तथा गैर-जरूरी आयातों पर पाबंदी लगाने का शुक्रवार को निर्णय किया। रुपए में गिरावट और बढ़ते चालू खाते के घाटे पर अंकुश लगाने के इरादे से यह कदम उठाया गया है। अर्थव्यवस्था की सेहत की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय किया गया।

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गैर-जरूरी चीजों के आयात पर लगेगी पाबंदी
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने बैठक के बाद कहा कि प्रधानमंत्री को रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल और वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने स्थिति की जानकारी दी। जेटली ने कहा कि इस निर्णय का मकसद चालू खाते के घाटे (कैड) पर अंकुश लगाना तथा विदेशी मुद्रा प्रवाह बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही सरकार ने निर्यात को प्रोत्साहित करने तथा गैर-जरूरी आयात पर अंकुश लगाने का भी फैसला किया है। हालांकि, जेटली ने यह नहीं बताया कि किन जिंसों के आयात पर पाबंदी लगाई जाएगी।

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रुपए में लगातार गिरावट
उन्होंने कहा, ‘‘बढ़ते कैड के मामले के समाधान के लिए सरकार जरूरी कदम उठाएगी। इसके तहत गैर-जरूरी आयात में कटौती तथा निर्यात बढ़ाने के उपाय किए जाएंगे। जिन जिंसों के आयात पर अंकुश लगाया जाएगा, उसके बारे में निर्णय संबंधित मंत्रालयों से विचार-विमर्श के बाद किया जाएगा। वह डब्ल्यूटीओ (विश्व व्यापार संगठन) के नियमों के अनुरूप होगा।’’ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 12 सितंबर को रिकार्ड 72.91 तक नीचे गिर गया था। घरेलू मुद्रा अगस्त से लेकर अब तक करीब 6 प्रतिशत टूटर है। पेट्रोल और डीजल के दाम भी रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। 
 

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