Edited By Supreet Kaur,Updated: 22 Oct, 2019 10:16 AM
नोबेल विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी ने कहा कि भारत में मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने की सरकार की कठोर प्रतिबद्धता के चलते कृषि क्षेत्र के सामने संकट खड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि राजकोषीय घाटे को सीमित रखने के लिए विनिवेश कोई दीर्घकालिक निदान नहीं...
नई दिल्लीः नोबेल विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी ने कहा कि भारत में मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने की सरकार की कठोर प्रतिबद्धता के चलते कृषि क्षेत्र के सामने संकट खड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि राजकोषीय घाटे को सीमित रखने के लिए विनिवेश कोई दीर्घकालिक निदान नहीं है।
बनर्जी ने सोमवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृषि क्षेत्र के मौजूदा संकट के बारे में कहा कि इसकी वजह मुद्रास्फीति पर अंकुश रखने की प्रतिबद्धता है। बैंकिंग क्षेत्र के बारे में उनकी राय है कि इस क्षेत्र में निर्णय प्रक्रिया बिल्कुल ठप हो गई है। इस कारण यह क्षेत्र संकट में है। उन्होंने कहा, "मेरी राय में मोदी को कॉरपोरेट जगत पर मुझसे ज्यादा भरोसा है। कर की दरों में हाल की कटौती से यह दिखता है कि सरकार में कोई ऐसा व्यक्ति है जो मानता है कि आप कंपनियों को पैसे देंगे तो उससे वृद्धि तेज होगी लेकिन मैं इसमें यकीन नहीं रखता हूं।"