Edited By Supreet Kaur,Updated: 02 Sep, 2019 01:52 PM
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (मनरेगा) योजना को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ी तैयारी की है। योजना के अनुसार, केंद्र सरकार मनरेगा के तहत काम कर रहे मजदूरों को बेहतर रोजगार के मौके उपलब्ध कराने के लिए प्रशिक्षण दिलाएगी। प्रशिक्षण के लिए...
नई दिल्लीः महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (मनरेगा) योजना को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ी तैयारी की है। योजना के अनुसार, केंद्र सरकार मनरेगा के तहत काम कर रहे मजदूरों को बेहतर रोजगार के मौके उपलब्ध कराने के लिए प्रशिक्षण दिलाएगी। प्रशिक्षण के लिए मजदूरों को रोजाना 200-250 रुपए का भत्ता भी दिया जाएगा।
18-35 साल की आयु वाले मजदूरों को मिलेगा प्रशिक्षण
खबरों के अनुसार, इन मनरेगा मजदूरों को देशभर में फैले कृषि विज्ञान केंद्रों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय ने कृषि विज्ञान केंद्रों के साथ समझौता किया है। इन मजदूरों को कृषि विज्ञान केंद्रों पर ऑर्गेनिक खाद का निर्माण और कृषि उत्पादों के रखरखाव का प्रशिक्षण दिया जाएगा। ग्रामीण विकास सचिव अमरजीत सिन्हा का कहना है कि 18 से 35 साल की आयुवर्ग वाले मनरेगा मजदूरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
मिलेगा 250 रुपए का भत्ता
अमरजीत सिन्हा ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत मनरेगा मजदूरों को राजमिस्त्री और प्लंबर के कार्य का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें 40 दिन का ऑन साइट प्रशिक्षण भी शामिल होगा। सिन्हा ने बताया कि अभी मजदूरी खोने के डर से काफी मजदूर प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लेने से मना कर देते हैं। इस डर को खत्म करने के लिए प्रशिक्षण लेने वालों को हर रोज 200 से 250 रुपए का भत्ता दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम मोदी सरकार के 100 दिनी एजेंडा में शामिल है। अक्टूबर के अंत तक पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत हो सकती है।